पटना. नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर पार्टी लाइन से हटकर बयान देने वाले जेडीयू के दो नेताओं को लेकर बड़ी खबर सामने आयी है. बताना चाहते है कि रणनीतिकार और जनता दल -युनाइटेड (जद-यू) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को बुधवार को पार्टी से निकाल दिया गया है. इसके साथ ही पवन वर्मा को जेडीयू ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है. इन दोनों नेताओं को पार्टी से निष्कासित करने के पीछे जेडीयू ने ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में लिप्त होने की वजह बताई है. यह जानकारी पार्टी के महासचिव के.सी. त्यागी ने दी है.
ज्ञात हो कि बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को जनता दल यूनाइटेड की तरफ से पार्टी के नेताओं की बैठक एक बुलाई गई थी. इस बैठक से प्रशांत किशोर नदारत थे. जिसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि सीएम नीतीश कुमार और उनके बीच सब ठीक नहीं है. यह भी पढ़े-बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर JDU की कल अहम बैठक, प्रशांत किशोर को बुलावा नहीं
ANI का ट्वीट-
JD(U) leaders Prashant Kishor and Pavan Varma have been expelled from the party for indulging in 'anti party activities'. pic.twitter.com/9U37LkrjZC
— ANI (@ANI) January 29, 2020
इस फैसले के बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि धन्यवाद नीतीश कुमार. बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी बरकरार रखने के लिए आपको मेरी शुभकामनाएं. भगवान आपका भला करे.
Thank you @NitishKumar. My best wishes to you to retain the chair of Chief Minister of Bihar. God bless you.🙏🏼
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 29, 2020
वही जेडीयू से निकाले जाने के बाद पवन वर्मा का कहना है कि पार्टी की सोच अलग है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विचारधारा अलग है. इसके साथ ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी साफ शब्दों में कह दिया है कि जिसको पार्टी में रहना है रहे नहीं तो चले जाए.