नई दिल्ली: बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज ही दिल्ली में राज्य के सभी बड़े पार्टी नेताओं के साथ बैठक की, जिसके बाद बीजेपी ने समर्थन वापस लेने का फैसला किया है. महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी के ऐलान के बाद राज्यपाल एनएन वोहरा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसी कड़ी में जानिए जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा के बारें में- बता दें कि जम्मू-कश्मीर राज्यपाल के तौर पर यह उनका दूसरा कार्यकाल है. वह पिछले 9 सालों से राज्यपाल के पद पर हैं. खास बात यह है कि वोहरा प्रदेश के इकलौते ऐसे राज्यपाल हैं जिन्हें केंद्र सरकार ने दूसरा कार्यकाल दिया था. 25 जून, 2008 में उन्हें यूपीए सरकार के दौरान राज्यपाल नियुक्त किया गया था और फिर साल 2013 में उन्हें एक्सटेंशन दिया गया था.
वोहरा प्रदेश के 12वें राज्यपाल हैं. 2008 में उन्होंने एसके सिन्हा की जगह ली थी. गवर्नर बनने से पहले 2003 में उन्हें केंद्र सरकार की ओर से कश्मीर में वार्ताकार नियुक्त किया गया था.
मौजूदा राज्यपाल एनएन वोहरा पूर्व नौकरशाह हैं. वे 1997 से 1998 तक पीएम के प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं. उन्हें 2007 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. 1989 में जम्मू-कश्मीर में उग्रवाद के उदय के बाद वह पहले सिविलियन गवर्नर हैं. जगमोहन के कार्यकाल के बाद और वोहरा के कार्यकाल के पहले सिर्फ सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी ही जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बनाए गए.
बीजेपी ने समर्थन वापसी की चिट्ठी राज्यपाल को सौंप दी है. बीजेपी की ओर से राज्यपाल शासन की मांग की गई है. बता दें कि बीजेपी नेताओं से मिलने से पहले अमित शाह ने NSA अजित डोभाल से भी मुलाकात की थी.