नई दिल्ली: आगामी चुनावों के लिए बीजेपी ने अपनी कमर कस ली है. चुनावी समीकरण तैयार करने के लिए बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शनिवार को शुरू होगी. यह बैठक दिल्ली में आयोजित होगी. जिसमें आगामी चुनावों का खाका तैयार किया जाएगा. इस बैठक में पार्टी मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम को लेकर अपनी रणनीति तैयार करेगी. बता दें कि इन पांचों राज्यों में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने तय हैं. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में वर्तमान में बीजेपी की सरकार है.
बीजेपी की यह बैठक दिवंगत दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित होगी. इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक की थीम 'सदैव अटल' है और इसकी शुरुआत अटल जी को श्रद्धांजलि देने के साथ ही होगी. बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और बीजेपी शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री समेत सभी कार्यकारिणी सदस्य बैठक में मौजूद रहेंगे.
Delhi: BJP two-day National Executive meeting will begin today in Delhi. Visuals from outside Ambedkar International Centre where the meeting will take place. pic.twitter.com/FheYuMuPT7
— ANI (@ANI) September 8, 2018
बैठक में केंद्र की उपलब्धियों पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी. हर राज्य के अध्यक्षों के तरफ से राज्य का रिपोर्ट कार्ड पेश किया जाएगा. इसके साथ ही लोकसभा चुनावों की तैयारी पर भी बैठक में चर्चा की जाएगी. इस बैठक में वर्तमान समय के प्रमुख मुद्दों राफेल, पेट्रोल-डीजल की कीमत, सवर्णो के देशव्यापी आंदोलन पर भी चर्चा की जाएगी.
इसके अलावा राजनीतिक और आर्थिक प्रस्तावों पर चर्चा होगी और आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जाएगी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पिछली बैठक से अब तक की प्रमुख गतिविधियों और कार्यक्रमों की जानकारी और संगठनात्मक विषयों पर चर्चा होगी. यह भी पढ़ें- राजस्थान विधानसभा चुनाव: बीजेपी को लग सकता है बड़ा झटका, जसवंत सिंह के बेटे थाम सकते हैं कांग्रेस का दामन
चर्चा में ये मुद्दें होंगे ख़ास
बैठक में सरकार की उपलब्धियों, खासकर बुनियादी ढांचे के विकास, दो करोड़ ग्रामीण आवास, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, खुले में शौच मुक्त गांव, विद्युतीकरण और इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में हुई बढ़ोतरी पर चर्चा होगी.
इस क्रम में एससी-एसटी एक्ट को उसके मूल स्वरूप में वापस लाने के लिए संविधान संशोधन मामले में दलितों को मनाने के साथ नाराज सवर्णों को मनाने की भी रणनीति भी तैयार की जाएगी. यह भी पढ़ें- पूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव