नई दिल्ली: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने को लेकर दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक जारी है. इसी कड़ी में बताना चाहते है कि बैठक के अंतिम दिन रविवार को PM नरेंद्र मोदी का समापन भाषण होगा. माना जा रहा है कि मोदी के भाषण में विपक्षी दल उनके निशाने पर होंगे. शनिवार से BJP की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक शुरू हुई थी. पहले दिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव आसानी से जीतने का फॉर्मूला बताया.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के उद्घाटन भाषण में ही BJP अध्यक्ष अमित शाह ने 2014 से भी बड़ी जीत का भरोसा देते हुए कहा कि विपक्ष केवल भ्रम और झूठ फैलाकर अपना अस्तित्व बचाना चाहता है. लेकिन मोदी सरकार ने जिस तरह हर वर्ग के लिए काम किया है और हर क्षेत्र में देश का सिर उंचा किया है उसके बाद जनता भाजपा के साथ है. यह भी पढ़े-अमित शाह की नेतृत्व में 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी BJP, एक साल के लिए फिर बढ़ाया गया कार्यकाल
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को संबोधित किया। pic.twitter.com/afnkigdJl3
— Amit Shah (@AmitShah) September 8, 2018
भाजपा अध्यक्ष ने शहरी नक्सली (अर्बन नक्सल) का जिक्र किया और इस विषय को उठाने के लिये कांग्रेस पर निशाना साधा.
Delhi: Maharashtra CM Devendra Fadnavis and Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat arrive for BJP National executive meeting. #BJPNEC2018 pic.twitter.com/iKbDn5341v
— ANI (@ANI) September 9, 2018
अमित शाह ने इस बारे में कदम उठाने के लिये महाराष्ट्र सरकार और वहां के CM देवेन्द्र फडणवीस की सराहना की. अमित शाह ने अपने भाषण में महागठबंधन को झूठ पर आधारित गठबंधन बताया और कार्यकर्ताओं से अपील कि इसका सच देश की जनता तक ले जाएं. यह भी पढ़े-BJP National Executive Meeting: बैठक में अमित शाह ने किया दावा, कहा-फिर से पूर्ण बहुमत से आएंगे
ज्ञात हो कि पिछले वर्षो में एक के बाद एक जीत दिला रहे अमित शाह के ही नेतृत्व में भी अगला चुनाव होगा. इस औपचारिकता को पूरी करने के लिए कार्यकारिणी में जनवरी 2019 में तय संगठन चुनाव टालने का निर्णय लिया गया. वैसे भी पहले चार राज्यों के चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह संभव नहीं है.
बताना चाहते है कि जनवरी में शाह का तीन साल का कार्यकाल खत्म हो रहा है. पार्टी संविधान के अनुसार कोई भी तीन तीन साल के दो कार्यकाल तक अध्यक्ष रह सकता है.