नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कैसरगंज से भाजपा लोकसभा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के मुखिया राज ठाकरे (Raj Thackeray) पर निशाना साधते हुए ऐलान किया है कि वो राज ठाकरे को अयोध्या (Ayodhya) में घुसने नहीं देंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राज ठाकरे से मुलाकात नहीं करने की सलाह दी है. आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि भगवान राम भी उत्तर भारतीय थे और राज ठाकरे ने भगवान राम के वंशजों, उत्तर भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार किया. सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक राज ठाकरे भगवान राम के वशंजों से, उत्तर भारतीयों से अपने दुर्व्यवहार के लिए माफी नहीं मांगेंगे तब तक वे उन्हें अयोध्या में नहीं घुसने देंगे.
आईएएनएस के सवाल का जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि राज ठाकरे ने जो नफरत की फसल बोई है वो उन्हें काटना ही पड़ेगा. राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि 53 वर्ष की उम्र हो गई और आज तक उन्हें भगवान राम की याद नहीं आई और अब अचानक उन्हें भगवान राम की, अयोध्या की और उत्तर भारत की याद क्यों आ गई है? Loudspeaker Controversy: प्रियंका चतुर्वेदी ने राज ठाकरे को दिया जवाब, बाला साहेब का वीडियो जारी कर कहा- सस्ती नकल करने वालों के लिए सबक
लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर राज ठाकरे द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन और अयोध्या में प्रवेश पर प्रतिबंध के बारे में आईएएनएस द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि, भाजपा का विचार अलग हो सकता है लेकिन मैं भाजपा का छोटा सा सिपाही हूं और मेरा मन यह कह रहा है कि जिसने मुझे ( उत्तर भारतीयों को ) मारा है, मैं उसको मार न पाऊं तो न मारूं, लेकिन उसका विरोध जरूर करूं.
सिंह ने कहा कि राज ठाकरे जितनी तैयारी के साथ आएंगे, वे उतनी ही ताकत के साथ उनका विरोध करेंगे.
बृजभूषण शरण सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राज ठाकरे से मुलाकात नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि, जब तक राज ठाकरे उत्तर भारतीयों के साथ किए गए अपने दुर्व्यवहार के लिए माफी नहीं मांगते हैं तब तक मुख्यमंत्री को राज ठाकरे से मुलाकात नहीं करनी चाहिए.
आपको बता दें कि, महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर आंदोलन कर रहे मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने 5 जून को अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन का ऐलान किया है. लेकिन उत्तर प्रदेश के कद्दावर भाजपा सांसदों में गिने जाने वाले बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे के विरोध का ऐलान कर सियासी पारे को गर्मा दिया है और इसका असर आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र की राजनीति पर भी पड़ना तय है.