भोपाल: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व केंद्र व राज्य सरकार के पूर्व मंत्री सरताज सिंह ने अपनी ही पार्टी और सरकार पर हमला बोलते हुए सोमवार को कहा है कि किसान परेशान हैं, इसलिए वे आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसान कांग्रेस के कहने पर आत्महत्या नहीं कर रहे हैं. किसानों के 'गांव बंद' आंदोलन को लेकर संवाददाताओं से चर्चा के दौरान सरताज सिंह ने कहा, "भाजपा हमेशा किसानों के हित में कदम उठाती रही है, स्वामीनाथन आयोग भी इसीलिए बना. भाजपा चाहती है कि किसानों को उपज का डेढ़ गुना दाम मिले. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों पर अमल होने पर किसानों को लाभ होगा, उन्हें यह लाभ नहीं मिल रहा है, इसलिए तो यह आक्रोश है और वे आंदोलन कर रहे हैं."
सरताज ने एक सवाल के जवाब में कहा कि समर्थन मूल्य को महंगाई के सूचकांक से जोड़ा जाना चाहिए, इससे किसानों को लाभ मिलेगा, मगर अभी तक तो लागत मूल्य ही तय नहीं हो पाया है तो उपज का डेढ़ गुना दाम समर्थन मूल्य के तौर पर कैसे मिलेगा.
क्या किसानों का यह आंदोलन कांग्रेस का आंदोलन है? उन्होंने कहा, "किसान आत्महत्या कर रहा है तो क्या वे कांग्रेस के कहने पर ऐसा कर रहे हैं? किसानों में आक्रोश है, इसलिए वे आंदोलन कर रहे हैं. उनकी मांगों को समझना होगा."
गौरतलब है कि भाजपा की राज्य इकाई से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक किसान आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ होने की बात कह चुके हैं. भोपाल प्रवास के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी किसानों के आंदोलन को कांग्रेस का आंदोलन करार दिया था.
ज्ञात हो कि किसान अपनी उपज का सही दाम पाने और बीते साल छह जून को मंदसौर में किसानों पर गोली बरसाए जाने का एक साल पूरा होने पर एक से 10 जून तक गांव बंद आंदोलन कर रहे हैं.