मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव 2018 : भारतीय जनता पार्टी ने 53 बाघी नेताओं को पार्टी से निकाला
मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के दौरान पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला काम कारने के कारण पूर्व मंत्री सहित 53 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया
भोपाल: मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के दौरान पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला काम कारने के कारण पूर्व मंत्री सहित 53 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया. पार्टी सूत्रों के अनुसार, बगावत कर विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को दूसरी पार्टी या बतौर निर्दलीय नामांकन कर पार्टी की मुसीबत बढ़ाने वाले नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इन बागियों को मनाने की बुधवार को हर संभव कोशिश की गई थी. पार्टी उपाध्यक्ष प्रभात झा तो डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया को मनाने दमोह तक गए, दो घंटे उनके घर पर बैठे रहे, मगर डॉ. कुसमारिया से मुलाकात नहीं हो सकी.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने आईएएनएस को बताया कि पार्टी ने 53 नेताओं को निष्कासित करने का फैसला लिया है. यह निर्णय गुरुवार को लिया गया. आधिकारिक सूची जल्दी ही जारी कर दी जाएगी. मप्र में संभवत: भाजपा ने पहली बार इतनी बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. जिन नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया गया है, उसकी सूची गुरुवार की देर रात तक जारी नहीं की गई थी.
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भाजपा से बगावत कर भिंड से विधायक नारायण सिंह कुशवाह सपा, पूर्व मंत्री सरताज सिंह कांग्रेस, पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया दमोह और पथरिया, बमोरी से के एल अग्रवाल, सिहावल से विष्वामित्र पाठक, ग्वालियर से पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, जबलपुर से भाजयुमो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धीरज पटैरिया, बैरसिया से ब्रह्मानंद रत्नाकर, मेहश्वर से राजकुमार मेव, खरगापुर में अजय यादव व सुरेंद्र प्रताप सिंह चुनाव मैदान में है. यह बागी नेता अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावशाली है, जिससे भाजपा के उम्मीदवार के लिए मुसीबत बने हुए हैं.