बिहार में 'बवाल' के बीच नीतीश कुमार पर जमकर बरसा लालू परिवार, तेजस्वी यादव बोले- वो दिन भी आएगा जब...
तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार (Photo Credits-Twitter)

बिहार (Bihar) में पिछले कुछ घंटों से सियासी संग्राम मचा हुआ है. दरअसल, सशस्त्र पुलिस बल विधेयक 2021 (Bihar Special Armed Police Bill 2021) को लेकर सदन से सड़क तक जमकर हंगामा हो रहा है. बहरहाल, जबरदस्त विरोध और विपक्ष की गैरमौजूदगी में विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 पास तो हो गया लेकिन बवाल अभी थमता नहीं नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सिर्फ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) नहीं बल्कि पूरे लालू परिवार के निशाने पर आ गए हैं. तेजस्वी ने बिहार विधानसभा (Bihar Vidhan Sabha) में आरजेडी विधायकों (RJD MLAs) की पिटाई की घटना को लेकर नीतीश कुमार से माफी की मांग की है. तेजस्वी ने कहा, 'मुख्यमंत्री ने माफी नहीं मांगी तो हम बाकी बचे कार्यकाल के लिए विधानसभा का बहिष्कार कर सकते हैं. बकौल तेजस्वी, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जान लें कोई सरकार स्थायी नहीं होती.'

तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, 'नीतीश कुमार को इंद्रिय रस प्राप्त हो रहा होगा जब सदन में उनके गुंडे महिला विधायकों की साड़ी उतार उनके ब्लाउज में हाथ डाल जा रहा था. मां-बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देकर बाल पकड़ कर घसीटा जा रहा था. इस शर्मनाक घटना के बाद रात्रि में “निर्लज्ज कुमार” नृत्य-संगीत का आनंद उठा रहे थे.' उन्होंने कहा, 'विधायकों को बर्बर तरीके से पीट, सदन से बाहर कर पुलिस की मौजूदगी में ही पुलिस बिल पास कराया गया. नीतीश सरकार ने मारपीट की जो असंसदीय परंपरा शुरू करायी है उसका खमियाजा उन्हें भी भुगतना पड़ेगा. वो दिन भी आयेगा कि यही पुलिस इसी कानून के सहारे नीतीश कुमार को भी घर में घुस कर पीट सकती है.' यह भी पढ़ें- Bihar: पुलिस बिल को लेकर बिहार विधानसभा में जबरदस्त हंगामा, विधायकों और सुरक्षाबलों में हाथापाई, देखें Video.

नीतीश पर बरसे तेजस्वी यादव-

तेजस्वी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'मैं विधानसभा में नीतीश कुमार और उनके पालतू अधिकारियों द्वारा माननीय सदस्यों व महिला विधायकों की बर्बर पिटाई, गालियां और उनके साथ दुर्व्यवहार को भूलूंगा नहीं. सीएण जो अधिकारी लिखकर दे देते है वो पढ़ देते है. उन्हें बाद में याद आयेगा कि उन्होंने किस निर्लज्ज परंपरा की शुरुआत की थी.'

वहीं, तेजस्वी के पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने ट्वीट कर लिखा, 'संघ की गोद में खेलने वाला नीतीश संघ का प्यादा और छोटा रिचार्ज है.' उन्होंने कहा कि लोहिया जयंती के दिन कुकर्मी आदमी कुकर्म नहीं करेगा तो कुकर्मी कैसे कहलाएगा? इसे शर्म आनी चाहिए सदन के अंदर निर्वाचित माननीय सदस्यों को पिटवा रहा है? अगर पुलिस सदन के अंदर विधायकों को पीट सकती है तो उनके घर जाकर क्या करेगी?

लालू प्रसाद यादव ने भी साधा निशाना-

पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'विधानसभा में महिला विधायकों का चीरहरण होता रहा. सरेआम उनकी साड़ी को खोला गया, ब्लाउज़ के अंदर हाथ डालकर खींचा गया, अवर्णीय तरीक़े से बदसलूकी की गयी और नंगई की पराकाष्ठा पार कर चुके नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बन कर देखते रहे. सत्ता आनी-जानी है लेकिन इतिहास तुम्हें कभी क्षमा नहीं करेगा.'

राबड़ी देवी का नीतीश पर हमला-

वहीं, तेजस्वी के बड़े भाई और बिहार के हसनपुर सीट से विधायक तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर लिखा, 'मुख्यमंत्री नहीं वो कायर है बिहार का जनरल डायर है.' उन्होंने कहा कि बिहार 'लोकतंत्र की जन्मभूमि' है, इसे 'लोकतंत्र का कब्रगाह' बनाने का टेंडर नीतीश कुमार ने लिया है.

तेजप्रताप यादव ने भी किया प्रहार-

गौरतलब है कि मंगलवार को बिहार विधानसभा में अभूतपूर्व स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जब विपक्ष के विधायकों को सुरक्षाकर्मियों द्वारा बाहर निकाल दिया गया था. बता दें कि बिहार पुलिस  विधेयक पिछले हफ्ते विधानसभा में पेश किया गया था. यह बिहार मिलिट्री पुलिस का नाम बदलने का प्रस्ताव करता है, उसे कहीं अधिक शक्तियां देता है और कथित तौर पर बगैर वारंट के लोगों को गिरफ्तार करने का उसे अधिकार देता है.