नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में जारी घमासान के बीच चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बुधवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) पर गंभीर आरोप लगाये. चिराग पासवान ने कहा कि दुख मुझे इस बात का है कि जब मैं बीमार था, उस समय मेरे पीठ पीछे जिस तरह से ये पूरा षड्यंत्र रचा गया. मै इसको लेकर काफी दुखी हूं. चिराग ने कहा पूरे विवाद को लेकर मैंने चुनाव के बाद अपने चाचा से संपर्क कर उनसे बात करने का निरंतर प्रयास किया लेकिन उसने बात नहीं हुई.
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि कुछ जगह ख़बर चल रही है कि मुझे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाया जा चुका है. लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी का संविधान कहता है कि पार्टी अध्यक्ष का पद सिर्फ दो परिस्थितियों में खाली हो सकता है या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का निधन हो या राष्ट्रीय अध्यक्ष इस्तीफा दें. यह भी पढ़े: LJP नेता चिराग पासवान ने स्पीकर को लिखी चिट्ठी, कहा- पशुपति पारस को लोकसभा में एलजेपी का नेता घोषित करने का निर्णय हमारी पार्टी के संविधान के प्रावधान के विपरीत
कुछ जगह ख़बर चल रही है कि मुझे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाया जा चुका है। लोक जनशक्ति पार्टी का संविधान कहता है कि पार्टी अध्यक्ष का पद सिर्फ दो परिस्थितियों में खाली हो सकता है या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का निधन हो या राष्ट्रीय अध्यक्ष इस्तीफा दें: चिराग पासवान, LJP pic.twitter.com/coVv0v73Rh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 16, 2021
चिराग पासवान में मीडिया के बातचीत में नीतीश कुमार पर यह भी आरोप लगाया कि बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश के सामने नतमस्तक होने से इनकार किया था. क्योंकि मेरा भरोसा नीतीश कुमार की नीतियों पर नहीं था, इसलिए मैंने किसी के सामने नहीं झुकने का फैसला किया.
चिराग ने भावुक होते हुए यह भी कहा कि मैं अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के भरोसे था. जब मेरे पिता और अन्य चाचा का निधन हो गया. जब मेरे पिता का निधन हो गया तो मैं अनाथ नहीं हुआ. लेकिन जब मेरे चाचा ने ऐसा किया तब ऐसा महसूस हुआ.