बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव एवं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने मंगलवार को अपने ट्वीट में लिखा, "बिहार में चंद महीनों बाद चुनाव होने को हैं, इसलिए हर कोई अभी से अपनी तैयारी कर रहा है और अधिकतम लाभ या सफलता को ध्यान में रखकर बयान दे रहा है. सरकार अपने पांच साल के काम जनता के सामने रख रही है. जो बेरोजगार रहे, वे रथयात्रा निकालकर अपनी नाकामी पर पर्दा डालना चाहते हैं और जो इवेंट मैनेजमेंट और स्लोगन राइटिंग का काम करते थे, वे नया ठेका पाने में लग गए हैं. जनता मालिक है और वह केवल काम पर आशीर्वाद देने वाली है."
मोदी ने प्रशांत किशोर को आड़े हाथों लेते हुए आगे लिखा, "इवेंट मैनेजमेंट करने वालों की अपनी कोई विचारधारा नहीं होती, लेकिन वे अपने प्रायोजक की विचारधारा और भाषा तुरंत अपनाने में माहिर होते हैं. जनता देख रही है कि चुनाव करीब आने पर किसको अचानक किस में गोडसे के विचारों की छाया दिखने लगी और कौन दूध का धुला सेक्युलर गांधीवादी लगने लगा."
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प्रशांत किशोर पर सियासी हमला जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा, "अजीब पाखंड है कि कोई किसी को पितातुल्य बताए और पिता के लिए 'पिछलग्गू' जैसा घटिया शब्द चुने. जो व्यक्ति 2014 में नरेंद्र मोदी की जीत के लिए काम करने का डंका पीट चुका हो, उसे बताना चाहिए कि तब मोदी और भाजपा उसे गोडसेवादी क्यों नहीं लगे? पिछले ढाई साल से नीतीश कुमार भाजपा के साथ हैं, लेकिन चुनाव से आठ महीने पहले वे गोडसेवादी क्यों लगने लगे?" गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने यहां मंगलवार को नीतीश कुमार को 'पितातुल्य' बताया है.