बिहार (Bihar) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एक्शन मोड में आ गए हैं. बिहार के वोटरों (Voters) का मूड भांपने के लिए नीतीश कुमालर मंगलवार से अपनी जल-जीवन-हरियाली यात्रा (Jal Jivan and Hariyali Yatra) की शुरुआत करने जा रहे हैं. इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार कई विकास योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करेंगे और जनता के मूड को जानने की कोशिश करेंगे. नीतीश कुमार अपनी हर यात्रा की तरह इस यात्रा की शुरुआत भी चंपारण (Champaran) की धरती से कर रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को पश्चिम चंपारण जिले के बगहा से इस यात्रा की शुरुआत करेंगे, जहां वह चंपापुर में जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि इस यात्रा के क्रम में लोगों को जल और हरियाली के विषय में जागरूक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार में पहले 15 फीसदी जमीन पर हरियाली, पेड़-पौधे हैं, लेकिन अब इसे अगले कुछ सालों में 17 प्रतिशत करने की योजना है. उन्होंने कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है. यह भी पढ़ें- तेजस्वी यादव ने CM नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कहा- सरकार के निक्कमेपन के कारण 6-8 साल लगते हैं ग्रेजुएशन पूरा करने में.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी नीतीश कुमार यात्राओं पर निकलते रहे हैं. इस दौरान उनका जुड़ाव सीधे जनता से होता है. वह जनता से मिले सुझावों को लागू भी करते हैं. इस यात्रा को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. दूसरी तरफ, इस यात्रा को लेकर विपक्ष ने नीतीश कुमार पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग का भी आरोप लगाया है.
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी पुरानी यात्राओं के किए गए वादों का हिसाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार को रोजगार और व्यवसाय की जरूरत है. बता दें कि इससे पहले नीतीश कुमार न्याय यात्रा, विकास यात्रा, धन्यवाद यात्रा, प्रवास यात्रा, विश्वास यात्रा, सेवा यात्रा, अधिकार यात्रा, संकल्प यात्रा, संपर्क यात्रा, निश्चय यात्रा, समीक्षा यात्रा कर चुके है.
आईएएनएस इनपुट