पटना: बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना पिछले चार घंटे से चल रही है. शुरुआती रुझानों को पलटते हुए एनडीए ने जोरदार वापसी की है. चुनाव आयोग द्वारा जारी अब तक के रुझानों में सत्तारूढ़ एनडीए बहुमत के बहुत करीब पहुंच गयी है. जबकि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर रही है. वहीं शुरुआत में तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला महागठबंधन फिर से सत्ता से दूर होता नजर आ रहा है. जबकि लोक जन शक्ति पार्टी पांच सीटों पर बढ़त बनाये हुए है.
शुरुआती रुझानों में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन से एनडीए बहुत पीछे चल रहा था. लेकिन बाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए की तस्वीर बदल गयी है. अब तक आए रुझानों में एनडीए 125 सीटों पर आगे चल रहा है जबकि विपक्षी महागठबंधन 102 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है. भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, मतगणना के अब तक आए रुझानों में बीजेपी 74 सीटों पर आगे चल रही है जबकि सहयोगी जेडीयू 47 सीट, हम पार्टी एक सीट और वीआईपी पार्टी सात सीटों पर बढ़त बनाये हुए है.
महागठबंधन से राष्ट्रीय जनता दल 61 सीटों पर आगे चल रहा है जबकि माकपा 3 सीट, भाकपा-माले 14 सीट, भाकपा 2 और कांग्रेस 20 सीटों पर आगे चल रही है. चुनाव आयोग के अनुसार बहुजन समाज पार्टी एक सीट पर आगे चल रही है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमआईएमआईएम तीन सीट पर आगे चल रही है. जबकि निर्दलीय सात सीटों पर आगे चल रहे हैं.
बिहार में एनडीए की वापसी का मुख्य कारण प्रधानमंत्री मोदी का धुआंधार प्रचार है. जबकि आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव के वादे बिहार की जनता को उम्मीद के मुताबिक नहीं भाया है. इसके आलावा नीतीश कुमार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर उतनी नहीं दिखी, जितना अनुमान जताया गया था. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी के शामिल होने से बिहार का जातीय समीकरण पक्ष में आ गया.