Bihar Assembly Election 2020: चुनाव से पहले JDU और RJD में छिड़ा पोस्टर वॉर, लालू यादव पर कसा तंज
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election 2020) इस साल के अंत में होने है. लेकिन उसकी तैयारियां अभी से ही पार्टियों ने शुरू कर दी है. एक दूसरे की कमी और सरकार की नाकामी को गिनाने का दौर अपने चरम पर पहुंच चूका है. दोनों तरफ से पोस्टर वॉर जारी है. आरजेड़ी (RJD) के पोस्टर के जवाब में जेडीयू (JDU) ने एक नया पोस्टर जारी किया है. इस पोस्टर को पटना में लगाया गया है. जिसमें आरजेडी प्रमुख लालू यादव (RJD chief Lalu Prasad Yadav) के हाथ में एक में एक किताब लिए हुए नजर आ रहे है. इस किताब का नाम 'अपराध गाथा' दिया गया है. उनके पीछे एक एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी नजर आ रही है जिसे करप्शन मेल' नाम दिया गया है. इसे डेस्टिनेशन में पटना टू होटवार दिया गया है. इस पोस्टर में तेजस्वी यादव प्लेटफॉर्म पर एक खाट पर बैठे नजर आ रहे हैं.
पटना:- बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election 2020) इस साल के अंत में होने है. लेकिन उसकी तैयारियां अभी से ही पार्टियों ने शुरू कर दी है. एक दूसरे की कमी और सरकार की नाकामी को गिनाने का दौर अपने चरम पर पहुंच चूका है. दोनों तरफ से पोस्टर वॉर जारी है. आरजेड़ी (RJD) के पोस्टर के जवाब में जेडीयू (JDU) ने एक नया पोस्टर जारी किया है. इस पोस्टर को पटना में लगाया गया है. जिसमें आरजेडी प्रमुख लालू यादव (RJD Chief Lalu Prasad Yadav) के हाथ में एक में एक किताब लिए हुए नजर आ रहे है. इस किताब का नाम 'अपराध गाथा' दिया गया है. उनके पीछे एक एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी नजर आ रही है जिसे करप्शन मेल' नाम दिया गया है. इसे डेस्टिनेशन में पटना टू होटवार दिया गया है. इस पोस्टर में तेजस्वी यादव प्लेटफॉर्म पर एक खाट पर बैठे नजर आ रहे हैं.
बता दें कि इससे पहले आरजेडी (RJD) ने एक पोस्टर लगाया था. जिसमें ट्रेन की इंजन के जगह पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और दूसरी ट्रेन में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi ) का चेहरा लगा है. इसके साथ ही उसपर लिखा है कि 'बिहार को बर्बाद करने ट्रबल इंजन. एक झूट एक्सप्रेस दूसरा लूट एक्सप्रेस. जिसके पलटवार में जेडीयू ने नया पोस्टर लगाया है.
अंदरूनी कहल से जूझ रहा है JDU
आरजेडी से दो-दो हाथ करने वाली जेडीयू इन दिनों अपनी ही पार्टी में मचे कलह से परेशान है. दरअसल पार्टी उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर औए पूर्व सांसद पवन वर्मा पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी और पार्टी के फैसले की सार्वजनिक आलोचना कर रहे हैं. प्रशांत किशोर और पवन वर्मा सीएए को लेकर लगातार सवाल खड़े करते रहे हैं. दोनों नेताओं ने पार्टी के रुख पर भी सवाल खड़ा किया था. जिसका बीजेपी शिकायत भी कर चुकी है. खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन नेताओं के बयान से काफी नाराज बताए गए हैं. पार्टी में आम राय बनती जा रही है कि अगर ये दोनों नेता पार्टी छोड़कर चले जाएं तो अच्छा होगा.