कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली  में प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर बरसी, कहा- अब देश को बचाने के लिए आवाज उठाने का समय आ गया
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Photo Credit- Twitter INC)

नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने शनिवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अब देश को बचाने के लिए आवाज उठाने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि अगर आज हमने आवाज नहीं उठाई और झूठे प्रचार के चक्कर में दबे रह गए तो बाबा साहेब द्वारा लिखा गया क्रांतिकारी संविधान दब जाएगा.प्रियंका गांधी ने यहां पार्टी की ओर से रामलीला मैदान (Ramlila Maidan) में आयोजित भारत बचाओ रैली में उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, "कश्मीर से लेकर अरुणाचल तक, उत्तर प्रदेश से तमिलनाडु तक प्रत्येक नागरिक से मेरी अपील है कि अपनी आवाज उठाइए.

वहीं उन्होंने आगे कहा कि देश प्यारा है तो देश की आवाज बनो, अगर आज आवाज नहीं उठाएंगे, झूठे प्रचार के चक्कर में दबे रहेंगे, चुप रहेंगे तो बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर द्वारा लिखा गया क्रांतिकारी संविधान दब जाएगा.उन्होंने कहा, "हमें इस देश को बचाना है, क्योंकि भारत में ऐसी सरकार और विचारधारा का साया छाया है, जिसमें न समानता का अधिकार बचा है और न स्वतंत्रता और स्वाभिमानी भविष्य का. प्रियंका ने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा, "कुछ सालों पहले भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे विकसित मजबूत अर्थव्यवस्था बन रही थी. यह भी पढ़े: ‘भारत बचाओ’ रैली में बोले राहुल गांधी- मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, मैं मर जाऊंगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा 

विदेशी पूंजी भारत में आने लगी थी. मनरेगा जैसी मजबूत योजना से रोजगार बन रहे थे, लेकिन भाजपा के छह साल के शासन के बाद रोजगार बढ़ने के बजाय घट रहे हैं, जीडीपी पाताल में पहुंच गई है, मंहगाई हद से ज्यादा बढ़ गई है. उन्होंने कहा, "आज फैक्ट्रयिां बंद हो रही हैं, कार, मोटरसाइकिल, टीवी, कपड़े, बिस्किट सभी के कारखाने बंद हो रहे हैं.  छोटा व्यापारी असफल जीएसटी से जूझ रहा है। एक तरफ काम छीना जा रहा है और मंहगाई बढ़ रही है. भाजपा के 'मोदी है तो मुमकिन है' नारे पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "हर जगह विज्ञापनों में दिख रहा है कि 'मोदी है तो मुमकिन है', लेकिन असलियत है कि भाजपा है तो चार करोड़ नौकरियां नष्ट होना मुमकिन है.

100 रुपये प्रति किलोग्राम की प्याज मुमकिन है, 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी मुमकिन है, 15000 किसानों की आत्महत्या मुमकिन है, नवरत्न कंपनियों की बिक्री, रेलवे और एयरपोर्ट्स की बिक्री मुमकिन है।"उन्होंने कहा कि संविधान के खिलाफ कानून बन रहे हैं, नए कानूनों की विभाजनकारी नीतियों से संविधान खतरे में है. उन्होंने कहा, "न्याय हर इंसान का अधिकार है, आकांक्षा है, न्याय के लिए लड़ना सबसे बड़ी देशभक्ति है। आज ऐसे कानून बनाए जाते हैं, जिससे लाखों नागरिक बंदी की तरह रखे जाते हैं। हमें इस सब के खिलाफ आवाज उठानी होगी.