Haryana Election 2024: ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’...भजन गाने वाले कन्हैया मित्तल कांग्रेस में होंगे शामिल
प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल ने रविवार को कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की. कन्हैया मित्तल, जिनके भजन ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ ने उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई, अब कांग्रेस का हिस्सा बन गए हैं.
चंडीगढ़, 8 सितंबर: प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल ने रविवार को कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की. कन्हैया मित्तल, जिनके भजन ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ ने उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई, अब कांग्रेस का हिस्सा बन गए हैं.
कन्हैया मित्तल की कांग्रेस में शामिल होने की वजह
कन्हैया मित्तल ने कांग्रेस में शामिल होने की अपनी वजह को स्पष्ट करते हुए कहा, “आज सुबह एक मित्र का फोन आया. हमने बातचीत की और मैंने उन्हें बताया कि मैं कांग्रेस में शामिल हो सकता हूँ. मुझे लगता है कि सनातन की बात करने वाला एक ही दल नहीं होना चाहिए; हर दल से यह बात होनी चाहिए. इसीलिए मैंने कांग्रेस को ज्वाइन करने का निर्णय लिया.”
भाजपा पर टिप्पणी
भाजपा के बारे में मित्तल ने कहा, “मेरे और भाजपा के बीच कोई मतभेद नहीं है. कुछ लोग कह रहे हैं कि टिकट न मिलने के कारण मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूँ, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. अगर मुझे टिकट चाहिए होती, तो मैं खुद संपर्क करता और मुझे टिकट मिल जाता. यह कोई बड़ी बात नहीं है.”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने कभी नहीं कहा कि भाजपा को वोट दो. मैं हमेशा यही कहता रहा हूँ कि जो राम मंदिर के लिए काम करें, उनका समर्थन करो. तपस्या कहीं भी की जा सकती है—सड़क पर, हिमालय में, पानी में, या अग्नि में. यह जरूरी नहीं कि आप एक ही दल में रहकर अपनी तपस्या करें.”
भजन और भाजपा का संबंध
कन्हैया मित्तल के भजन ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ को भाजपा ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान इस्तेमाल किया था. कन्हैया मित्तल ने कई चुनावी रैलियों में इस भजन को गाया था.
उन्होंने यह भी कहा, “मैं कभी भाजपा में था ही नहीं. मुझे शीर्ष नेतृत्व द्वारा बुलाया जाता था कि आप आइए हमारे यहां, भजन गाइए. लेकिन कभी भी भजन में भाजपा का नाम नहीं दिखेगा. हमने यह भजन हमारे महाराज योगी जी के लिए गाया था और वह आज भी हैं, कल भी रहेंगे. चाहे हम किसी भी दल में जाएं या नहीं.”
कन्हैया मित्तल का चुनावी टिकट विवाद
कन्हैया मित्तल हरियाणा विधानसभा चुनाव में पंचकूला सीट से टिकट चाहते थे, लेकिन टिकट न मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया.
कन्हैया मित्तल का कांग्रेस में शामिल होना एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है. उनके भजन और चुनावी रैलियों में भागीदारी ने उन्हें एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती बना दिया है.