साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव प्रचार पर रोक का फैसला अभिनंदनीय: दिग्विजय सिंह
सिंह ने ट्वीट किया, "चुनाव आयोग का यह निर्णय अभिनंदनीय है। भाजपा सांप्रदायिक विद्वेष की राजनीति करने वालों तथा आतंकवाद के आरोपियों को जब उम्मीदवार बनाएगी तब ऐसा होना स्वाभाविक है।
भोपाल. मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा बाबरी मस्जिद गिराए जाने को गर्व बताए जाने को लेकर निर्वाचन आयोग ने उनपर तीन दिनों तक प्रचार करने से रोक लगा दी है। चुनाव आयोग इस फैसले को कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अभिनंदनीय फैसला करार दिया है।
सिंह ने ट्वीट किया, "चुनाव आयोग का यह निर्णय अभिनंदनीय है। भाजपा सांप्रदायिक विद्वेष की राजनीति करने वालों तथा आतंकवाद के आरोपियों को जब उम्मीदवार बनाएगी तब ऐसा होना स्वाभाविक है। आदर्श लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना व संरक्षण हेतु इस प्रकार के प्रत्याशियों का नामांकन रद्द करना श्रेयस्कर होगा।" यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिग्विजय सिंह को बताया आतंकवादी
ज्ञात हो कि ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा था, "बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने का अफसोस नहीं है। ढांचा गिराने पर तो हम गर्व करते हैं। हमारे प्रभु रामजी के मंदिर पर अपशिष्ट पदार्थ थे, उनको हमने हटा दिया।"
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा था, "हम गर्व करते हैं, इस पर हमारा स्वाभिमान जागा है, प्रभु राम जी का भव्य मंदिर भी बनाएंगे। ढाचा तोड़कर हिंदुओं के स्वाभिमान को जागृत किया है। वहां भव्य मंदिर बनाकर भगवान की आराधना करेंगे, आनंद पाएंगे।"
भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से उम्मीदवार बनाया है। प्रज्ञा ने इससे पहले मुम्बई के एटीएस प्रमुख रहे शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान दिया था। मामले के तूल पकड़ने पर उन्होंने बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली थी।
दोनों मामलों में चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था। उसके बाद बाबरी मस्जिद के बयान पर थाने में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण भी दर्ज हुआ था।