नई दिल्ली. भारतीय अर्थव्यवस्था में आयी सुस्ती को दूर करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) लगातार काम कर रही है. साथ ही सरकार ने इसे लेकर कई बड़े फैसले भी लिए हुए है. देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस कर बैंकों के विलय की जानकारी दी. वित्त मंत्री (Nirmala Sitharaman) ने बताया कि 10 सरकारी बैंको का विलय कर उन्हें चार बड़े बैंक में तब्दील किया गया है. ऐसे में आपको यह जानना भी जरूरी है कि आखिर बैंको के विलय के बाद क्या बदल जाता है आपका Bank Account, चेकबुक और आईएफएससी कोड?
बता दें कि बैंको के विलय के बाद ग्राहकों को नया अकाउंट नंबर (Bank Account Number) और कस्टमर आईडी दिया जा सकता है. साथ ही नए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और चेकबुक मिल सकता है. बैंक विलय के चलते हो सकता है कि आपको नए ब्रांच में जाना पड़ सकता है. क्योंकि हो सकता है कुछ शाखाएं बैंक बंद कर दे. होम लोन, पर्सनल लोन (Personal Loan) सहित बाकि लोन के ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. यह भी पढ़े-मोदी सरकार ने इन 10 बैंकों के मर्जर का किया ऐलान, अब देशभर में 27 के बदले होंगे सिर्फ 12 सरकारी बैंक
वही ग्राहकों को एसआईपी (SIP) या फिर लोन ईएमआई के लिए नया फॉर्म भरने के लिए दिया जा सकता है. इसके साथ ही जिन ग्राहकों को नए बैंक अकाउंट या आईएफएससी कोड (IFSC Code) मिलेंगे उन्हें ताजा जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सहित बाकि जगह अपडेट करवानी पड़ेगी.
ज्ञात हो कि वित्त मंत्री ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक के विलय की घोषणा की है. इस विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) भारत का दूसरा बड़ा सरकारी बैंक बन गया है. निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक के विलय की जानकारी दी. सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आगे बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का भी विलय किया जाएगा. इसके साथ ही इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय हो चूका है. इस विलय के बाद देश को 7वां बड़ा पीएसयू बैंक PSU Bank) मिल गया है.