लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) 'अग्निपरीक्षा' के लिए एक बार फिर चुनावी रण में होगी. दरअसल, अगले महीने महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Maharashtra and Haryana Assembly Elections) होने हैं और कांग्रेस के लिए इन दोनों राज्यों में सत्ता में वापसी करना एक बड़ी चुनौती साबित होने जा रही है. आम चुनावों में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में मिली हार के बाद सवाल उठता है कि क्या प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) महाराष्ट्र-हरियाणा विधानसभा चुनावों में पार्टी के चुनाव प्रचार (Election Campaign) का नेतृत्व करेंगी?
आम चुनावों में मिली हार से हताश कांग्रेस का अभी महाराष्ट्र-हरियाणा में चुनाव प्रचार अभियान लॉन्च करना बाकी है. प्रियंका गांधी ने जहां खुद को उत्तर प्रदेश तक सीमित रख लिया है, वहीं कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र-हरियाणा से प्रियंका गांधी के जनसभाओं की डिमांड सामने आ रही हैं. इस बीच, कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पार्टी जल्द ही इस संबंध में फैसला लेगी. यह भी पढ़ें- चुनाव आयोग ने यूपी-बिहार की 2 राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीख का किया ऐलान, 16 अक्टूबर को होगा मतदान.
एक तरफ सत्ताधारी बीजेपी जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने को लेकर उत्साहित है तो वहीं, कांग्रेस के नेताओं-कार्यकर्ताओं में उत्साह का अभाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व को अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं को उत्साह से लबरेज करना आवश्यक हो गया है.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान एक चरण में 21 अक्टूबर को होगा. वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी. ज्ञात हो कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है जबकि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को पूरा हो रहा है. महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीट हैं.