नागरिकता संशोधन बिल 2019: हिंसक प्रदर्शन के बीच गुवाहाटी एयरपोर्ट के बाहर 20 मिनट तक फंसे रहे असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल
नागरिकता संशोधन बिल 2019 नौ दिसंबर यानि पिछले सोमवार को देर रात लोकसभा से पास कर दी गई. बिल के पास होने के बाद से विपक्षीय पार्टियां लगातार सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही हैं. इसका तगड़ा असर पूर्वोत्तर के राज्यों में भी देखने को मिल रहा है. खबर के अनुसार इस विरोध प्रदर्शन में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का काफिला भी लगभग बीस मिनट तक फंसा रहा.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल 2019 (Citizenship Amendment Bill) 9 दिसंबर यानि पिछले सोमवार को देर रात लोकसभा से पास कर दी गई. बिल के पास होने के बाद से विपक्षीय पार्टियां लगातार सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही हैं. इसका तगड़ा असर पूर्वोत्तर के राज्यों में भी देखने को मिल रहा है. खबर के अनुसार इस विरोध प्रदर्शन में असम (Assam) के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) का काफिला भी लगभग बीस मिनट तक फंसा रहा.
बता दें कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल तेजपुर से लौटते वक्त जब गुवाहाटी एयरपोर्ट के बाहर निकले तो उग्र विरोधियों ने उनके काफिले को घेर लिया और लगभग बीच मिनट तक उन्हें अपने गिरफ्त में रखे रहा. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के आवास को भी घेर लिया था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रदर्शनकारियों को हटाना मुश्किल हो गया. सुरक्षाबलों को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, हालांकि बाद में वे एयरपोर्ट से रवाना हो गए. उनके आवास के बाहर से प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है.
ज्ञात हो कि इससे पहले बुधवार को अमित शाह ने राज्यसभा में धार्मिक आधार पर शरणार्थियों को नागरिकता देने से संबंधित नागरिकता संशोधन बिल 2019 को पेश किया. इसके बाद गृहमंत्री ने कहा कि मैं सदन के सामने ऐतिहासिक विधेयक लेकर उपस्थित हुआ हूं. इस बिल का प्रावधान यातना का जीवन जी रहे लाखों-करोड़ों लोगों के लिए आशा की किरण है.