नितिन गडकरी के बयान पर सियासत, औवेसी ने कहा- गडकरी ने दिखाया पीएम मोदी को आईना, मनोज झा बोले- इसके मायने हैं बिल्कुल स्पष्ट
असदुद्दीन ओवैसी, नितिन गडकरी और मनोज झा (Photo Credits: ANI)

केन्द्रीय मंत्री (Union Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने रविवार को एक बार फिर ऐसा बयान दिया, जिससे राजनीतिक हल्कों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने अपने बयान के जरिए एक बार फिर इशारों ही इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधा है. अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले गडकरी के हाल ही के कुछ बयानों को पीएम मोदी और आरएसएस के बीच बढ़ती दूरी से भी जोड़कर देखा जा रहा है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के नागपुर (Nagpur) में एक कार्यक्रम के दौरान चुनाव में किए गए वादों का जिक्र किया.

इस मौके पर उन्होंने कहा  कि सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते हैं, लेकिन उनके द्वारा दिखाए हुए सपने अगर पूरे नहीं हुए तो जनता उनकी पिटाई भी करती है. गडकरी ने कहा कि इसलिए जनता को सपने वही दिखाओ जो पूरे हो सकते हैं, मैं सपने दिखाने वालों में से नहीं हूं, मैं जो भी बोलता हूं वो 100 फीसदी डंके की चोट पर पूरा होता है.

गडकरी के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में सियासत शुरु हो गई है. उनके इस बयान पर अन्य पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin owaisi) ने ट्वीट करके लिखा है कि नितिन गडकरी अपने इस बयान के जरिए पीएम मोदी को आईना दिखा रहे हैं.

ओवैसी के अलावा राजद सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी के इस बयान के मायने बिल्कुल स्पष्ट हैं. दरअसल, नितिन गडकरी के विषय में कहा जाता है कि उनके सभी राजनीतिक दलों के राजनेताओं से अच्छे संबंध हैं. 26 जनवरी को भी उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ राजपथ में गुफ्तगू करते देखा गया था और दिल्ली के सीएम केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) से भी उनके संबंध बेहतर बताए जाते हैं. यह भी पढ़ें:  केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान, बोले- सपने वही दिखाओ जो पूरे हो सकें, नहीं तो जनता पीटती भी है

गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब नितिन गडकरी ने इस तरह का कोई बयान दिया है, बल्कि इससे पहले भी उन्होंने बीजेपी के अच्छे दिन के स्लोगन पर भी सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि अच्छे दिन होते ही नहीं है, यह तो मानने वाले पर निर्भर होता है. हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा था कि वो कोई भी ऐलान हवा में नहीं करते, जो बोलते हैं वो डंके की चोट पर करके दिखाते हैं.