अमरावती: आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता वाईएस विवेकानंद रेड्डी का शुक्रवार को 68 साल की उम्र में निधन हो गया. पहले रेड्डी की मौत की वजह हार्टअटैक बताई जा रही थी लेकिन परिवारजनों के आरोप के बाद अब उनकी मौत को संदिग्ध माना जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के छोटे भाई विवेकानंद रेड्डी की मौत की एसआईटी (विशेष जांच दल) जांच होगी. दरअसल परिवार के लोगों का आरोप है कि रेड्डी की मौत स्वाभाविक नहीं है. इसके बाद उनके एक निजी सहायक ने पुलीवेंदुला पुलिस थाने में हत्या की आशंका जताते हुए शिकायत दर्ज करावाई है. उनका कहना है कि बाथरूम और शयनकक्ष में खून के धब्बे मिले हैं.
विवेकानंद रेड्डी के भतीजे और पूर्व सांसद वाई एस अविनाश रेड्डी ने इसे अस्वाभाविक मौत बताते हुए इसकी विस्तृत जांच की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘‘ उनके सिर पर जख्म के दो निशान हैं. एक सामने है और एक पीछे। मौत की वजह जानने के लिए विस्तृत जांच की जरूरत है. उनकी हत्या की साजिश हो सकती है इसलिए इसकी जांच की जरूरत है.''
एक स्थानीय पुलिस निरीक्षक ने बताया कि सीआरपीसी के तहत अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है और शव को पुलीवेंदुला सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
दिवंगत नेता विवेकानंद रेड्डी की पहचान जमीन से जुड़े हुए नेता के तौर पर थी. वह 1989 और 1994 में अपने गृहनगर पुलीवेंदुला से विधायक निर्वाचित हुए. वह कडप्पा क्षेत्र से 1999 और 2004 में सांसद थे। इसके बाद 2009 में वह विधान परिषद के सदस्य रहे.