अलग टेलर और ट्रेनर से नहीं, अपराधियों में खौफ से रुकेगा महिलाओं के खिलाफ अत्याचार: अलका लांबा
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष ने महिलाओं को "बैड टच" से बचाने के लिए एक विवादास्पद प्रस्ताव दिया है, जिसमें महिलाओं को जिम और टेलर की दुकानों में अलग किया जाए. इस प्रस्ताव पर महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, और कहा कि यह समस्या का समाधान नहीं है.
नई दिल्ली, 8 नवंबर: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने शुक्रवार को महिलाओं को "बैड टच" से बचाने के लिए एक प्रस्ताव दिया है. इसके मुताबिक पुरुषों को महिलाओं के कपड़े नहीं सिलने चाहिए और न ही उनके बाल काटने चाहिए. साथ ही जिम में भी महिला ट्रेनर होनी चाहिए. ऑल इंडिया महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने महिला आयोग के इस प्रस्ताव की निंदा की है.
अलका लांबा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है. वहां की महिला आयोग की अध्यक्ष को यह समझ नहीं आ रहा है कि राज्य में नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ हो रहे जघन्य अपराधों, जैसे बलात्कार, हत्या, अपहरण का समाधान कैसे निकाला जाए. वह कह रही हैं कि महिलाओं को जिम में और टेलर की दुकान में अलग किया जाए, क्या यही समाधान है?"
उन्होंने कहा कि असली हल यह है कि अपराधियों में खौफ और डर पैदा किया जाए, थानों में सुधार किया जाए, और महिलाओं को हर तरह की मदद दी जाए. सिर्फ सुरक्षा का दिखावा करने से कुछ नहीं होगा. जब तक अपराधियों को संरक्षण मिलेगा, तब तक हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हो सकतीं. कुलदीप सिंह सेंगर, बृजभूषण सिंह, प्रज्वल रेवन्ना जैसे लोग भाजपा के संरक्षण में हैं.
उन्होंने कहा, "आज भी विनेश फोगाट को न्याय नहीं मिल पाया. जब तक आप अपराधियों को संरक्षण देंगे, हमारी बेटियां कभी सुरक्षित नहीं होंगी. मुझे दुख होता है कि उत्तर प्रदेश में महिला आयोग की अध्यक्ष ऐसी सोच रखती हैं. वह यह नहीं समझती हैं कि महिलाओं की सुरक्षा कैसे हो सकती है."
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की धुले में हुई रैली पर अलका लांबा ने कहा, "प्रधानमंत्री को यह समझना चाहिए कि हम स्वतंत्रता के 75 साल पूरे कर चुके हैं, और हमारा नारा 'अनेकता में एकता' था. अलग-अलग जातियां, धर्म, भाषाएं, खानपान, त्योहार सब कुछ अलग है, फिर भी हम एकजुट हैं, क्योंकि यह एकता हमें हमारे संविधान ने दी. लेकिन आज क्या हो रहा है? क्या आप संविधान पर हमला नहीं कर रहे? आपने इतनी गहरी आर्थिक खाई पैदा कर दी है कि सभी बड़े पूंजीपति मित्रों को देश के खजाने से लूट कर दे दिया. गरीब किसानों का कर्ज माफ नहीं हो रहा, क्या यह सही है?"
उन्होंने कहा, "हम जातीय जनगणना की बात करते हैं, जिसे आप नहीं होने देना चाहते. प्रधानमंत्री को यह डर क्यों है? हम तो कहते हैं कि जनगणना हो, ताकि हर जाति को उसके हिसाब से संसाधनों पर हक मिले, लेकिन आप इसे नहीं होने देना चाहते. इसका मतलब यह है कि आप अपने चंद खास मित्रों और एक विशेष वर्ग को ही लाभ पहुंचाना चाहते हैं. हम संविधान के तहत समानता की बात कर रहे हैं, लेकिन आप उसे नकार रहे हैं."
पीएम मोदी के महा विकास अघाड़ी की आलोचना पर अलका लांबा ने कहा, "प्रधानमंत्री ने कहा कि महा विकास अघाड़ी की गाड़ी में न पहिए हैं, न ब्रेक. लोकतंत्र की गाड़ी का इंजन तो जनता होती है. उनका एक वोट ही ताकत देता है. हम पूरी तरह से विश्वास रखते हैं कि 20 तारीख को महाराष्ट्र की जनता उन भ्रष्टाचारियों को माफ नहीं करेगी, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी की मूर्तियों में दलाली खाई. आपने एक चुनी हुई सरकार को कैसे गिराया? खरीद-फरोख्त के जरिए विधायकों को खरीदा गया. गोवा और असम तक में आपने यह खेल खेला. अब हम यह कह रहे हैं कि जो भ्रष्टाचार की रकम आपने खाई है, वह अब जनता की जेब में जाएगी. हमारी योजना है कि बेरोजगार युवाओं को चार हजार रुपये, महिलाओं को तीन हजार रुपये, 25 लाख रुपये का मुफ्त इलाज बीमा और तीन लाख रुपये का कर्ज माफ किया जाएगा. हम यह सब करेंगे, और भाजपा जानती है कि वे बौखलाए हुए हैं. महाराष्ट्र में सरकार गिरने वाली है, और दिल्ली में भी उनकी उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी. यह सरकार बैसाखियों के दम पर खड़ी है, और यह गिरने वाली है."
सरकार के पास पैसे नहीं होने के बावजूद तीन हजार रुपये देने के वादे पर अलका लांबा ने कहा, "हमसे यही सवाल हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में भी पूछा गया था. लेकिन जब हमारी सरकार आई, तो हमने पहली कैबिनेट बैठक में फैसला लिया, और यह लागू हुआ. महिलाओं को लाभ मिल रहा है, जबकि प्रधानमंत्री जी ने झूठ बोला कि ऐसा कोई वादा नहीं था. बाद में उनका ट्वीट झूठ साबित हुआ और उन्होंने उसे डिलीट किया. हमारी महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन महिलाओं को सामने लाया है, जिन्होंने कर्नाटक और तेलंगाना में लाभ प्राप्त किया."
अलका लांबा ने आगे कहा, "यह सवाल पूछा जाता है कि पैसा कहां से आएगा? मैं कहती हूं कि यह वही पैसा है जो उन भ्रष्टाचारियों ने छत्रपति शिवाजी की मूर्तियों में खाया और विधायकों की खरीद-फरोख्त में लगाया. हम वही पैसा बचाकर ईमानदारी से जनता की जेब में डालेंगे."
जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर उन्होंने कहा, “देश में आतंकी घटनाएं बढ़ रही हैं. कल ही ग्राम सुरक्षा समिति के दो सदस्य शहीद हुए हैं. हाल ही में आप रूस में चीन के राष्ट्रपति को गले लगाकर आए हैं. आतंकी घटनाओं के पीछे इन्हीं देशों का हाथ है.”