लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाला है. लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अभी से ही इस बात को तय कर लिए है कि इस चुनाव में किसके साथ चुनाव लड़ना हैं. शनिवार को इटावा में आयोजित के प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया ने उनसे सवाल किया कि आगामी उत्तर प्रदेश के चुनाव में समाजवादी पार्टी पिछली बार की तरह क्या बहुजन समजवादी पार्टी और कांग्रेस के साथ गठगंधन करेगी. जिस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि उनकी पार्टी छोड़े दलों के साथ गठगंधन कर सकती हैं. लेकिन बड़े दलों के साथ गठगंधन इस बार नहीं करने वाली है.
अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) की पार्टी के बारे में कहा कि आगामी विधान सभा चुनाव में प्रसपा (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया) को भी एडजस्ट करेंगे और यदि सरकार बनी उनके चचा शिवपाल यादव को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वे जसवंतनगर से विधान सभा की जिस सीट से वे चुनाव लड़ते हैं उसे छोड़ दिया जायेगा. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022: अखिलेश यादव का बड़ा दावा, कहा- सच्चाई के दम पर जीतेंगे 351 सीटें
समाजवादी पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन कर सकती है लेकिन बड़े दलों के साथ कोई गठबंधन नहीं: क्या सपा, बसपा के साथ गठबंधन करेगी? सवाल पूछे जाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव pic.twitter.com/IEHm2y6gPP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 14, 2020
वहीं उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि सबसे ज्यादा जनसमर्थन महागठबंधन की रैलियों में था.जितने भी सर्वे हुए उन सभी में गठबंधन को ऐतिहासिक जीत की तरफ बताया गया था. लेकिन जब मशीन खुली, परिणाम आया, नतीजे रोके गए और जीत के प्रमाण पत्र किसी और को दे दिए गए. वहीं उन्होंने उपचुनाव में सपा का प्रदर्शन आशा के अनुरूप न रहने के सवाल पर अखिलेश ने कहा जब चुनाव जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, थानाध्यक्ष और सिपाही लड़ेंगे तो और कौन जीतेगा. उपचुनाव में बीजेपी चुनाव नहीं लड़ रही थी बल्कि उसकी सरकार के अधिकारी लड़ रहे थे. (इनपुट आईएएनएस)