आतंकी मसूद अजहर को ‘जी’ कह गए राहुल गांधी, बीजेपी ने साधा निशाना
राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी ने उनपर निशाना साधा है. स्मृति ईरानी और रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर पर इसका वीडियो शेयर किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) के लिए ‘जी’ शब्द का प्रयोग कर विवाद मोल ले लिया. दिल्ली में कांग्रेस के एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने पुलवामा हमले (Pulwama Attack) की पृष्ठभूमि को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ये 56 इंच की छाती वाले अपनी पिछली सरकार में मसूद अजहर जी के साथ बैठकर गए. अब जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल हैं, वह मसूद अजहर को छोड़कर आए. बीजेपी ने मसूद अजहर को जेल से छोड़ा.’ राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी ने उनपर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर पर इसका वीडियो शेयर किया है.
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, 'राहुल गांधी और पाकिस्तान के बीच क्या समानता है? उनका आतंकियों के लिए प्यार. कृपया आतंकवादी मसूद अजहर के लिए राहुल जी की श्रद्धा पर ध्यान दें. #RahulLovesTerrorists' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा आतंकी मसूद अजहर को सम्मान के साथ संबोधित करने के बाद देश स्तब्ध है. शहीदों का परिवार और आतंकी हमले में अपने रिश्तेदारों को खो चुके लोग उनसे पूछना चाहते हैं कि एक आतंकवादी के लिए इतना सम्मान क्यों? वह एक आतंकवादी का सम्मान करते हुए सेना प्रमुख को 'गुंडा' क्यों कहते हैं?
वहीं, रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया, 'कम ऑन ‘राहुल गांधी जी’! पहले यह दिग्विजय जी की पसंद थे, जिन्हें वो “ओसामा जी” और “हाफिज सईद साहब” कहते थे. अब आप कह रहे हैं “मसूद अजहर जी”. कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है?
कांग्रेस की सफाई
इस बीच, राहुल गांधी के बयान पर विवाद बढ़ता देख कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सफाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, 'राहुलजी के ‘मसूद’ कटाक्ष को जान-बुझ न समझने वाले भाजपाईयों व चुनिंदा गोदी मीडिया साथियों से 2 सवाल-: 1. क्या NSA श्री डोभाल आतंकवादी मसूद अज़हर को कंधार जा रिहा कर नहीं आए थे? 2. क्या मोदी जी ने पाक की ISI को पठानकोट आतंकवादी हमले की जाँच करने नहीं बुलाया? #BJPLovesTerrorists'
राहुल गांधी ने कांग्रेस के इस कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि हमने अपने दो प्रधानमंत्री (इंदिरा गांधी और राजीव गांधी) खोए. हम आतंकवाद से डरने वाले नहीं हैं.