सोनीपत (हरियाणा), 20 सितंबर: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) ने संसद द्वारा पारित कृषि संबंधी तीन विधेयकों को 'किसान विरोधी' बताने को लेकर विपक्ष पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि ये विधेयक किसानों को देश के किसी भी बाजार में अपनी फसल बेचने के लिये सशक्त करते हैं, ताकि उन्हें बेहतर कीमत मिल सके. उन्होंने विधेयकों के बारे में कहा कि किसानों के पास देश के किसी भी बाजार में अपनी फसल बेचने की आजादी होगी, जिससे उन्हें अच्छी कीमतें मिल सकेंगी.
नड्डा ने कहा, "आज, किसानों को आजादी देने की एक कोशिश की गई है. देश के किसी भी हिस्से में फसलों की कीमतों के बारे में किसानों को बताना सरकार का काम होगा. किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकते हैं. किसान वास्तव में अब जाकर आजाद हुए हैं." उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) संबंधी आशंकाओं को दूर करने की कोशिश करते हुए कहा कि यह व्यवस्था पहले की तरह जारी रहेगी.
नड्डा ने कहा, "यदि किसी किसान की फसल की पैदावार की लागत 10 रुपए है और उसे बाहर 12 रुपए मिलते हैं, तो वह उसे बेच देगा और अनाज मंडी नहीं जाएगा. यदि उसे आठ रुपए मिलते हैं, तो वह एमएसपी पर इसे बेचने अनाज मंडी जाएगा. यह सरल गणित है. यह किसान विरोधी कैसे हो गया?" नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, "देश एक सक्षम नेता के हाथों में है, देश सुरक्षित है और मजबूती से आगे बढ़ रहा है." नड्डा के मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में बनाए जा रहे 'सेवा सप्ताह' के तहत सोनीपत में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)