देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) अभी से सक्रिय हो चुकी है. दिल्ली (Delhi) में प्रचंड जीत हासिल कर दोबारा सत्ता में आने वाली आम आदमी पार्टी अब उत्तराखंड में भी जनाधार बढ़ाने के प्रयासों में जुट गई है. पिछले कुछ समय से आम आदमी पार्टी राज्य सरकार पर हमलावर है. आप आदमी पार्टी नए सिरे से उत्तराखंड की सियासत में बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ उतर चुकी है. आप आदमी पार्टी राज्य के शहरों से लेकर दूरस्थ गावों में जनता तक अपनी बात पहुंचा रही है. पार्टी के प्रयासों का असर भी खूब दिख रहा है. इससे जुड़ी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
तस्वीर उत्तराखंड के धनौल्टी (Dhanaulti) की है, इस तस्वीर में एक महिला दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का पोस्टर चिपकाती नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी ने इस तस्वीर को अपने फेसबुक पेज पर शेयर करते हुए लिखा, "इसी जज्बे का नाम है आम आदमी पार्टी! तस्वीर में- उत्तराखंड की धनौल्टी विधानसभा के दुरस्त गांव में एक महिला आम आदमी पार्टी के राजनैतिक आंदोलन को मजबूती देते हुए."
बीजेपी और कांग्रेस को होगा नुकसान?
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की पहुंच बढ़ रही है. पार्टी कार्यकर्त्ता राज्य के कई हिस्सों से लोगों को अपने साथ जोड़ रहे हैं. कई विधानसभा क्षेत्रों में बैठकों का दौर भी जारी है. आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता बीजेपी और कांग्रेस के लिए मुसीबत बन सकती है. आम आदमी पार्टी वर्तमान सरकार से तीन सालों का हिसाब मांग रही है. पार्टी कार्यकर्त्ता कह चुके हैं कि 2022 में आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर अच्छे चेहरों के साथ चुनाव लड़ेगी.
आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में जनाधार बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रख रही है. दिल्ली मॉडल की तरह पार्टी उत्तराखंड के विकास के लिए भी अपना प्लान जनता के बीच रख रही है. AAP उत्तराखंड में भी दिल्ली की तरह बिजली, स्वास्थ जैसी सुविधाओं को जनता के निशुल्क करने का वादा कर रही है.