Mann Ki Baat Today: पीएम नरेंद्र मोदी आज कार्यक्रम मन की बात के जरिए 68वीं बार देश को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann Ki Baat) के दौरान रविवार को यानी आज 11 बजे बात करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का 68वां संस्करण है. पीएम नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे मन की बात कार्यक्रम में देश-विदेश के लोगों से आकाशवाणी और दूरदर्शन नेटवर्क के माध्यम से अपने विचार साझा करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी मन की बात में देश में फैल रहे तेजी से कोरोना वायरस और अनलॉक-4 पर चर्चा कर सकते हैं. वहीं देश की अलगी रणनीति कोरोना वायरस को लेकर क्या होगी. इस विषय पर भी लोगों से चर्चा कर सकते हैं. पीएम मोदी ने इससे पहले 26 जुलाई को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann Ki Baat) के दौरान रविवार को यानी आज 11 बजे बात करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का 68वां संस्करण है. पीएम नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे मन की बात कार्यक्रम में देश-विदेश के लोगों से आकाशवाणी और दूरदर्शन नेटवर्क के माध्यम से अपने विचार साझा करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी मन की बात में देश में फैल रहे तेजी से कोरोना वायरस और अनलॉक-4 पर चर्चा कर सकते हैं. वहीं देश की अलगी रणनीति कोरोना वायरस को लेकर क्या होगी. इस विषय पर भी लोगों से चर्चा कर सकते हैं. पीएम मोदी ने इससे पहले 26 जुलाई को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया था.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 अगस्त को ट्वीट कर देश की जनता से उनसे मन की बात कार्यक्रम के लिए जानकारी और विचारों को साझा करने की अपील की थी. पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा गया था कि 1800-11-7800 नंबर पर कॉल करके अपने सवालों को रिकॉर्ड भी किया जा सकता है. उन्होंने बताया था कि फोन लाइनें 10 अगस्त से खोली गई हैं. मन की बात आकाशवाणी और दूरदर्शन के समूचे नेटवर्क तथा आकाशवाणी प्रसारित किया जाएगा, इसके अलावा रात 8 बजे रिपीट प्रसारित किया जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 जुलाई को मन की बात के जरिए देश की जनता को आगाह किया था कि कोरोनोवायरस का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा था कि भारतीयों को सार्वजनिक स्थल पर मास्क हटाने से पहले उन फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मचारियों के बारे में सोचना चाहिए, जो मार्च से जी जान से अपने काम में लगे हैं. मोदी ने अपनी बात दोहराते हुए कहा था कि मास्क पहनना असहज हो सकता है, लेकिन महामारी को हराने के लिए इसे पहनना महत्वपूर्ण है.