पीएम नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के सिख-हिंदू प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की

प्रधानमंत्री ने गुरु ग्रंथ साहिब के सम्मान की परंपरा के महत्व के बारे में भी चर्चा की, जिसके आलोक में गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को अफगानिस्तान से वापस लाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में अफगानिस्तान के नागरिकों से प्राप्त अपार प्रेम की भी चर्चा की तथा काबुल की अपनी यात्रा का स्मरण किया.

पीएम मोदी (Photo: ANI)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को अफगानिस्तान (Afghanistan) के सिख-हिंदू प्रतिनिधिमंडल (Sikh-Hindu Delegation) के सदस्यों से मुलाकात की, जो गुरु ग्रंथ साहिब (Guru Granth Sahib) स्वरूप के साथ युद्धग्रस्त राष्ट्र से सुरक्षित निकासी के लिए उन्हें धन्यवाद देने आए हैं. अपने सरकारी आवास 7 लोक कल्याण मार्ग (7 Lok Kalyan Marg) पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने उनकी सरकार द्वारा समुदाय के लिए किए गए कार्यों को रेखांकित किया. PM Modi Live: पीएम मोदी का लोकसभा में संबोधन, बोले- आजादी के इतने सालों के बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं

प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि वे अतिथि नहीं है, बल्कि अपने ही घर में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत उनका घर है. उन्होंने अफगानिस्तान में उनके सामने आने वाली अत्यधिक कठिनाइयों तथा उन्हें सुरक्षित भारत लाने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सहायता के बारे में चर्चा की.

पीएम मोदी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के महत्व तथा समुदाय के लिए इसके लाभ के बारे में भी बात की. उन्होंने उन्हें भविष्य में भी निरंतर सहायता करने के साथ-साथ उनके सामने आने वाली सभी समस्याओं और कठिनाइयों को हल करने का भरोसा दिलाया.

प्रधानमंत्री ने गुरु ग्रंथ साहिब के सम्मान की परंपरा के महत्व के बारे में भी चर्चा की, जिसके आलोक में गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को अफगानिस्तान से वापस लाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में अफगानिस्तान के नागरिकों से प्राप्त अपार प्रेम की भी चर्चा की तथा काबुल की अपनी यात्रा का स्मरण किया.

इस दौरान मनजिंदर सिंह सिरसा ने समुदाय को सुरक्षित वापस लाने के लिए भारत से सहायता भेजने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि जब कोई भी उनके साथ नहीं खड़ा था तो प्रधानमंत्री ने निरंतर समर्थन तथा समय पर सहायता सुनिश्चित की.

प्रतिनिधि मंडल के अन्य सदस्यों ने भी संकट के समय उनके लिए खड़े होने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि उनकी आंखों में आंसू आ गए थे, जब उन्होंने उन्हें समुचित सम्मान के साथ गुरुग्रंथ साहिब के स्वरूप को अफगानिस्तान से भारत वापस लाने के लिए विशेष व्यवस्था के बारे में सुना. उन्होंने सीएए लाने के लिए भी उन्हें धन्यवाद दिया, जो उनके समुदाय के सदस्यों के लिए अत्यधिक मददगार होगा.

उन्होंने कहा कि वह केवल भारत के प्रधानमंत्री नहीं है बल्कि दुनिया के प्रधानमंत्री हैं, क्योंकि वह दुनियाभर में विशेष रूप से हिंदुओं और सिखों के सामने आने वाली कठिनाइयों को समझते हैं तथा ऐसे सभी मामलों में तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी मौजूद थीं.

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