
PM Mudra Yojana: केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) को आज, यानी 8 अप्रैल 2025 को 10 साल पूरे हो गए. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में लाभार्थियों से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने एक-एक करके मुद्रा योजना के लाभार्थियों से बातचीत की और उनके अनुभव सुने. बातचीत के दौरान, लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस योजना ने उनके जीवन में किस तरह बदलाव लाया है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने सभी लाभार्थियों के हौसले को और बढ़ाया और उनकी सफलता की सराहना की.
प्रधानमंत्री ने 'मुद्रा योजना' के लाभार्थियों से की बातचीत की
उत्तर प्रदेश के रायबरेली की एक लाभार्थी ने कहा, "हम आपसे वादा करते हैं कि हम सब मिलकर भारत को विकसित भारत बनाएंगे। अब हमें सरकार से लाइसेंस लेने में कोई परेशानी नहीं होती." वहीं, एक महिला लाभार्थी ने बताया, "मैं बेकरी चलाती हूं. मेरा मासिक टर्नओवर 2.5 से 3 लाख रुपये है और हमारे पास 7 से 8 लोगों का स्टाफ है. यह भी पढ़े: Maharashtra Ladki Bahin Yojana: अजित पवार का बड़ा अपडेट, लाडली बहनों को 2100 नहीं फिलहाल 1500 ही मिलते रहेंगे
प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से की बातचीत की
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मुद्रा योजना' के लाभार्थियों से बातचीत की। बातचीत के दौरान लाभार्थियों ने बताया कि किस तरह इस योजना ने उनके जीवन में बदलाव लाया है।
(सोर्स: डीडी न्यूज़) pic.twitter.com/xDugQYysDp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 8, 2025
ग्रामीण इलाकों के लोगों को सबसे ज्यादा मिला लाभ
वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम. नागराजू ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने महिलाओं, एससी-एसटी और ग्रामीण इलाकों के लोगों को विशेष लाभ पहुंचाया. उन्होंने कहा, "यह योजना बहुत सफल रही है. महिलाएं, एससी-एसटी और ओबीसी समुदायों को इसका लाभ मिला है. खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में जहां लोगों के पास पैसे और जमीन की कमी होती है, वहां यह योजना बहुत मददगार साबित हुई है.
8 अप्रैल 2015 को शुरू हुई थी यह योजना
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना 8 अप्रैल 2015 को लॉन्च की गई थी, और आज इस योजना को 10 साल पूरे हो गए हैं। इस योजना के तहत अब तक 32.61 लाख करोड़ रुपये के 52 करोड़ से अधिक लोन वितरित किए जा चुके हैं.
इसके अलावा, एसकेओसीएच की रिपोर्ट "आउटकम्स ऑफ मोदीनॉमिक्स 2014-24" के अनुसार, "2014 से हर साल औसतन कम से कम 5.14 करोड़ व्यक्ति-वर्ष रोजगार सृजित हुए हैं, जिसमें अकेले प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने 2014 से प्रति वर्ष औसतन 2.52 करोड़ स्थिर और टिकाऊ रोजगार जोड़े हैं. (इनपुट एजेंसी)