नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तीन देश का दौरा कर गुरुवार को भारत लौट आए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद गुरुवार तड़के दिल्ली पहुंचे. उनके आगमन पर, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य सदस्यों ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया. दिल्ली पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने यहां अपने समर्थकों से अपने दौरे के बारे में बात की. नए संसद भवन के उद्घाटन पर विपक्ष का बवाल, समारोह से दूर रहेगी कांग्रेस, AAP, TMC समेत 19 पार्टियां.
इस दौरान पीएम मोदी ने कटाक्ष करते हुए विपक्ष पर निशाना भी साधा. पीएम मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में विपक्ष के सांसद भी भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शामिल हुए. प्रधानमंत्री ने कहा, “सिडनी में भारतीय प्रवासी कार्यक्रम में न केवल ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने भाग लिया, बल्कि पूर्व पीएम, विपक्षी दलों के सांसदों और सत्तारूढ़ दल ने भी भाग लिया. यह लोकतंत्र की ताकत है. इन सभी ने मिलकर भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया."
पीएम मोदी का विपक्ष पर निशाना
#WATCH | The Indian diaspora event in Sydney was not only attended by the Australian PM but also by former PM, MPs from opposition parties, and the ruling party. This is the strength of democracy. All of them together participated in this program of the Indian community: PM Modi pic.twitter.com/S5ebMs6CsT
— ANI (@ANI) May 25, 2023
पीएम मोदी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब 19 विपक्षी दलों ने नई संसद के उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला किया है. बता दें कि कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (यूबीटी), आम आदमी पार्टी (आप) सहित 19 विपक्षी दलों ने 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह के बहिष्कार करने की घोषणा की है.
विपक्षी दलों ने इस बात पर जोर दिया कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए, प्रधानमंत्री द्वारा नहीं. सरकार पर राष्ट्रपति मुर्मू को 'पूरी तरह दरकिनार' करने का आरोप लगाते हुए 19 दलों ने एक बयान में कहा है कि जब ‘‘लोकतंत्र की आत्मा को छीन लिया गया है’’ तो उन्हें नए भवन में कोई महत्व नजर नहीं आता.
बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने विपक्षी दलों द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की बुधवार को निंदा की और उसके इस कदम को भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार और संवैधानिक मूल्यों का घोर अपमान करार दिया.
NDA की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘हम, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के दल, नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के 19 राजनीतिक दलों के अवमाननाकारी निर्णय की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं.’’