नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड से केंद्र के महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत - राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन का शुभारंभ करेंगे. इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य प्रत्येक परिवार को सालाना पांच लाख रुपये की कवरेज प्रदान करना है. इससे 10.74 करोड़ गरीब परिवार लाभान्वित होंगे. इन परिवारों के लोग द्वितीयक और तृतीयक श्रेणी के तहत पैनल के अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से भर्ती हो सकते हैं। वैसे इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान कर दिया गया है.
यह योजना लाभार्थियों को नकदी रहित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी. इससे अस्पताल में भर्ती होने पर आने वाले खर्च में कमी आएगी जो लोगों को और निर्धन बना देता है. इससे भयंकर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान उत्पन्न वित्तीय जोखिम कम होगा. पात्र लोग सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं. यह भी पढ़े:PM मोदी ने किया आयुष्मान भारत योजना का एलान, आम आदमी को ऐसे होगा फायदा
पीएम श्री नरेन्द्र मोदी 23 सितंबर 2018 को झारखंड से विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना - आयुष्मान भारत' का शुभारंभ करेंगे। लाइव देखें https://t.co/vpP0MInUi4 और https://t.co/jtwD1z6SKE पर। pic.twitter.com/cLQxyneSX2
— BJP (@BJP4India) September 22, 2018
इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आयेगी. नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 परिवार हैं. योजना का लाभ करीब 50 लाख लोगों को मिलेगा.एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गयी है. शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे. यह भी पढ़े: भारत के ना कहने पर आग-बबूला हुए इमरान खान, बातचीत का प्रस्ताव ठुकराने के लिए PM मोदी पर भी साधा निशानाfunction() { googletag.display('div-gpt-ad-1666199870219-0'); });