![PM मोदी ने लोकसभा में प्रचंड जीत के बाद की पहली 'मन की बात', जल संरक्षण और योग को लेकर कही ये बड़ी बात PM मोदी ने लोकसभा में प्रचंड जीत के बाद की पहली 'मन की बात', जल संरक्षण और योग को लेकर कही ये बड़ी बात](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2019/06/2019-06-29-2-1-380x214.jpg)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार सुबह लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में प्रचंड जीत के पहली बार 'मन की बात' (Mann Ki Baat) की. इस दौरान पीएम मोदी ने जल संरक्षण (Water Conservation) और योग (Yoga) को लेकर अपने विचार साझा किए. उन्होंने जनता से पानी बचाने के लिए स्वच्छता अभियान की तरह ही जनआंदोलन शुरू करने की अपील की. साथ ही योग को दुनिया के हर कोने तक पहुचाने का आग्रह किया.
करीब चार महीने के लंबे अंतराल के बाद अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने अनुरोध करते हुए कहा “देशवासियों ने स्वच्छता को एक जन आंदोलन का रूप दे दिया. आइए, वैसे ही जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन की शुरुआत करें.” उन्होंने कहा “जल की महत्ता को सर्वोपरि रखते हुए देश में नया जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया है. इससे पानी से संबंधित सभी विषयों पर तेज़ी से फैसले लिए जा सकेंगे.”
उन्होंने कहा “हमारे देश में पानी के संरक्षण के लिए कई पारंपरिक तौर-तरीके सदियों से उपयोग में लाए जा रहे हैं. मैं आप सभी से, जल संरक्षण के उन पारंपरिक तरीकों को शेयर करने का आग्रह करता हूँ. जल संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों का, स्वयं सेवी संस्थाओं का, और इस क्षेत्र में काम करने वाले हर किसी का, उनकी जो जानकारी हो, उसे आप #JanShakti4JalShakti के साथ शेयर करें ताकि उनका एक डाटाबेस बनाया जा सके.”
केंद्र की सत्ता में वापसी के बाद पीएम मोदी ने एक बार फिर योग के विकास की बात कही. उन्होंने कहा ”21 जून को फिर से एक बार योग दिवस में उमंग के साथ, एक-एक परिवार के तीन-तीन चार-चार पीढ़ियाँ, एक साथ आ करके योग दिवस को मनाया गया. शायद ही कोई जगह ऐसी होगी, जहाँ इंसान हो और योग के साथ जुड़ा हुआ न हो, इतना बड़ा, योग ने रूप ले लिया है.
उन्होंने आगे कहा "योग के क्षेत्र में योगदान के लिए Prime Minister’s Awards की घोषणा, अपने आप में मेरे लिए एक बड़े संतोष की बात थी. यह पुरस्कार दुनिया भर के कई संगठनों को दिया गया है."
गौरतलब हो कि लोकसभा चुनावों का ऐलान होने से कुछ दिन पहले 24 फरवरी को पीएम मोदी ने मार्च और अप्रैल में ‘मन की बात’ कार्यक्रम नहीं करने का ऐलान किया था. अपनी वापसी का भरोसा जताते हुए मोदी ने कहा था कि वह मई के अंतिम रविवार को अपने कार्यक्रम के साथ लौटेंगे. साल 2014 में केंद्र में आने के बाद अपने पहले कार्यकाल में पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के जरिए 53 बार राष्ट्र को संबोधित किया.