PM मोदी भी कॉल ड्रॉप होने से है परेशान, अधिकारियों को जल्द समाधान का दिया निर्देश
पीएम मोदी (Photo Credit: PTI)

नई दिल्ली: अगर आपको लगता है की सिर्फ आम आदमी को ही कॉल ड्रॉप की समस्या से परेशान होना पड़ता है तो ऐसा नहीं है. क्योकि खबरों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी कॉल ड्रॉप की समस्या से रूबरू हो चुके है. इस बात का खुलासा खुद पीएम मोदी ने प्रगति पहल के तहत दूरसंचार क्षेत्र से जुड़ी शिकायतों के समाधान की समीक्षा बैठक के दौरान किया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पीएम मोदी एक बार दिल्ली एयरपोर्ट से अपने आधिकारिक आवास पर जाते समय कॉल ड्रॉप का शिकार हुए थे. इस दौरान उन्हें फोन पर बात करने में बहुत दिक्कत हुई थी. पीएम मोदी ने अपनी इस परेशानी को साझा करते हुए टेलिकॉम डिपार्टमेंट को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र से जुड़े मुद्दों का समाधान आधुनिक प्रौद्योगिकी के जरिए निकालना चाहिए. उन्‍होंने इस बात पर जोर दिया कि सेवा प्रदाताओं को उपभोक्‍ताओं को उच्‍च गुणवत्‍ता की सेवाएं मुहैया करानी चाहिए.

बैठक के दौरान टेलिकॉम सेक्रटरी अरुण सुंदराजन ने अपने विभाग को मिली कॉल ड्रॉप समेत ग्राहकों की शिकायतों के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी. खबरों की मानें तो पीएम मोदी ने टेलिकॉम सेक्रटरी से यह भी पूछा कि कॉल ड्रॉप्स के लिए टेलिकॉम ऑपरेटरों से अबतक कितना जुर्माना वसूला गया है.

अब तक परियोजनाओं की समीक्षा के लिए ‘प्रगति’ की 28 बैठक हो चुकी हैं जिनमें कुल 11.75 लाख करोड़ के निवेश हुए. दूरसंचार क्षेत्र में जन शिकायतों के समाधान की भी समीक्षा की गई.

गौरतलब हो कि दूरसंचार सेवा प्रदाता (टीएसपी) कंपनिया कॉल ड्रॉप की समस्या से निपटने के उद्देश्य से अपने आधारभूत ढांचे के विस्तार और अपग्रेड के लिए 74 हजार करोड़ रुपये निवेश करेवाली है. दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदराजन के मुताबिक एयरटेल ने आधारभूत ढांचे के लिए 16 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है और आगे 24 हजार करोड़ का निवेश करेगी. इसके साथ ही रिलायंस जियो चालू वित्त वर्ष में एक लाख टॉवर लगाने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी.