कोरोना संकट: पीएम मोदी ने किया 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान, कहा-  लोकल के लिए वोकल बनें देश की जनता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credits: ANI)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)  ने कोरोना संकट (Coronavirus Pandemic) के बीच आज देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. ये ऐलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है. पीएम ने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपये का एक पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति देगा. इस पैकेज में आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए बल दिया गया है. ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटिर उद्योग, लघु उद्योग और मंझोले उद्योग के लिए हैं, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है.

पीएम मोदी ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस पैकेज मैं लैंड, लिक्विडिटि, लेबर, कुटिर उद्योग, लघु उद्योग सभी के लिए बहुत कुछ है. ये पैकेज देश के उस किसान के लिए है, जो दिन-रात परिश्रम कर रहा है. ये देश के मध्यम वर्ग के लिए है. ये पैकेज भारत के उद्योग के लिए है. पीएम मोदी ने कहा, कल से आने वाले कुछ दिनों तक वित्त मंत्री द्वारा इस आर्थिक पैकेज की विस्तार से जानकारी दी जाएगी.' यह भी पढ़ें- कोरोना संकट: पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में किया लॉकडाउन 4.0 का जिक्र, राज्यों से 15 मई तक मांगे सुझाव. 

प्रधानमंत्री ने कहा, "आत्मनिर्भरता, आत्मबल और आत्मविश्वास से ही संभव है. आत्मनिर्भरता, ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए भी देश को तैयार करती है. ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं. लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है."

लोकल के लिए वोकल बने देश की जनता-

पीएम मोदी ने कहा, आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए 'वोकल' बनना है. देशवासियों को लोकल को बढ़ावा देना है. पीएम ने कहा, न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है.मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है.''

पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना संक्रमण से मुकालबा करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा समय बीत गया है. इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दुखद मृत्यु हुई है. भारत में भी लोगों ने अपनों को खोया है, साथियों एक वायरस ने दुनिया तो तहस-नहस कर दिया है. सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है.