जनता जानती है कि कौन देश को 'एकजुट' कर रहा है और कौन इसे बांट रहा है : बसवराज बोम्मई
सीएम बसवराज बोम्मई (Photo Credits: Facebook)

हावेरी (कर्नाटक), 29 सितम्बर : मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गुरुवार को कहा कि देश के लोग जानते हैं कि कौन देश को 'एकजुट' करने की कोशिश कर रहा है और कौन इसे 'विभाजित' करने की कोशिश कर रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लोग जानते हैं कि कौन 'भारत जोड़ो' में शामिल है और कौन 'भारत तोड़ो' में शामिल है.

केपीसीसी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने भारत जोड़ो फ्लेक्स को फाड़ने के बाद ब्यान दिया कि वह बीजेपी का एक भी पोस्टर यहा नहीं लगने देंगे, मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवकुमार को कुछ भी कहने दें, लेकिन फ्लेक्स लगाने के लिए अनुमति लेनी होगी. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि केंद्र ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन इस संगठन ने एक अलग भूमिका निभाई है. चूंकि एसडीपाआई भारत के चुनाव आयोग के साथ एक पंजीकृत राजनीतिक दल है, इसलिए केंद्र सरकार ने इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है. आने वाले दिनों में घटनाक्रम के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. यह भी पढ़ें : यूजीसी का प्रस्ताव: दिव्यांग छात्र एक बार में एक से अधिक वैकल्पिक कोर्स से क्रेडिट हासिल कर सकेंगे

विधान परिषद में विपक्ष के नेता बी के हरिप्रसाद के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पीएफआई पर प्रतिबंध एक राजनीतिक स्टंट है और चुनावी हथकंडा है, बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस नेता से और क्या उम्मीद की जा सकती है. कांग्रेस ने पीएफआई को सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह बैन करने की मांग की थी. यह सोचना हरिप्रसाद पर निर्भर था, क्या इसे अब नौटंकी कहना उनकी पार्टी की ओर से सही है?

कर्नाटक सरकार द्वारा कन्नड़ भवन के निर्माण के लिए गोवा में दो एकड़ जमीन की मांग पर, सीएम ने कहा कि उन्होंने अपने गोवा समकक्ष से बात की है. गोवा के मुख्यमंत्री ने इसके लिए उपयुक्त भूमि की पहचान करने का वादा किया है. भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन करने वाले साहित्यकारों के एक वर्ग के सवाल पर बोम्मई ने कहा कि इस देश में दोनों तरफ के साहित्यकार हैं. कुछ लोग कांग्रेस का समर्थन करते हैं तो दूसरा वर्ग भाजपा का समर्थन करता है. बोम्मई ने हावेरी में प्रस्तावित साहित्य सम्मेलन को स्थगित करने से इनकार किया और कहा कि यह नवंबर में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किया जाएगा. तैयारी पहले से ही जोरो पर है.