Pawan Kalyan meet with Revanth Reddy: पवन कल्याण ने रेवंत रेड्डी से मुलाकात की, मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए सौंपा 1 करोड़ रुपये का चेक
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने बुधवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा.
हैदराबाद, 11 सितंबर : आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने बुधवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा. फिल्म अभिनेता और राजनेता पवन कल्याण ने 4 सितंबर को बाढ़ प्रभावित तेलुगु राज्यों के लिए 6 करोड़ रुपये का बड़ा दान देने की घोषणा की थी. उन्होंने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमआरएफ) में एक-एक करोड़ रुपये दान करने की घोषणा की. साथ ही उन्होंने आंध्र प्रदेश के 400 गांवों में राहत कार्यों के लिए अतिरिक्त 4 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा की.
जानकारी के मुताबिक, बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने अंतरराज्यीय संबंधों और अन्य मुद्दों पर चर्चा की. आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में टीडीपी-जन सेना-भाजपा गठबंधन की बड़ी जीत के बाद जून में पवन कल्याण ने उपमुख्यमंत्री का पदभार संभाला था. इसके बाद दोनों के बीच यह पहली बैठक थी. पिछले साल दिसंबर में रेवंत रेड्डी के मुख्यमंत्री बनने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक थी. इससे पहले दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी थी. रेवंत रेड्डी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पवन कल्याण ने कहा कि रेवंत रेड्डी के साथ उनकी व्यक्तिगत मित्रता है. यह भी पढ़ें : भाजपा में दोबारा जाने का इच्छुक कभी नहीं था: एकनाथ खडसे
वहीं, पवन कल्याण ने आशा व्यक्त की कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करके तेलंगाना राज्य को विकास पथ पर आगे ले जाएंगे. रेवंत रेड्डी ने भी 12 जून को पवन कल्याण के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्हें भी शुभकामनाएं दी थी. उल्लेखनीय है कि पवन कल्याण जुलाई में हैदराबाद में दोनों राज्य सरकारों के बीच हुई वार्ता में शामिल नहीं हुए थे. वहीं, रेवंत रेड्डी और एन. चंद्रबाबू नायडू ने विभाजन के बाद के मुद्दों को सुलझाने के लिए वार्ता में अपने-अपने राज्यों का नेतृत्व किया था. तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और आंध्र प्रदेश के कुछ मंत्री भी 6 जुलाई की बैठक में शामिल हुए थे.