रामविलास पासवान के खिलाफ धरने पर बैठी उनके बेटी, राबड़ी देवी को 'अंगूठाछाप' कहने पर पिता से हैं नाराज
पिता रामविलास पासवान द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के खिलाफ परोक्ष रूप से की गयी टिप्पणी को लेकर पासवान की पुत्री आशा पासवान ने रविवार को पटना के गर्दनीबाग में राजद महिला कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया.
पटना: केंद्रीय मंत्री (Union Minister) रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की बेटी आशा पासवान (Asha Paswan) ने रविवार को अपने पिता के खिलाफ धरना दिया और विरोध-प्रदर्शन (Protest) किया. दरअसल, पिता रामविलास पासवान द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी (Rabri Devi) के खिलाफ परोक्ष रूप से की गयी टिप्पणी को लेकर पासवान की पुत्री आशा पासवान ने रविवार को पटना के गर्दनीबाग में राजद महिला कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया. आशा ने अपने पिता की कथित टिप्पणी पर शनिवार को एतराज जताते हुए कहा था कि उनके पिता माफी मांगें नहीं तो वह पटना स्थित लोजपा के प्रदेश मुख्यालय के समक्ष धरना देंगी.
आशा ने कहा था कि उनके पिता जी ने उक्त बयान देकर राबडी देवी को अपमानित किया है, इससे हम सभी महिलाएं दुखी हैं. उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए था. नरेंद्र मोदी सरकार के सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण के निर्णय को प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद ने गलत ठहराया था.
इसके लिए गत शुक्रवार को रामविलास ने पटना में राबडी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बिहार में कोई भी अनपढ़ 'अंगूठाछाप ' मुख्यमंत्री बन जाता है. हालांकि उन्होंने राबड़ी देवी का नाम नहीं लिया था. यह भी पढ़ें: रामविलास पासवान की बेटी ने की पिता से माफी की मांग, उन्होंने राबड़ी देवी को कहा था 'अंगूठाछाप'
1997 में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के चारा घोटाला के मामले में गिरफ्तारी का सामना करने पर लालू ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए अपनी पत्नी राबडी देवी को मुख्यमंत्री बनाया था जो पढ़ी लिखी नहीं हैं. आशा पासवान रामविलास की पहली पत्नी राजकुमारी देवी से पुत्री हैं और उनकी शादी राजद के एससी—एसटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अरूण साधु से हुई है तथा वह रामविलास से अलग रही हैं .