Parliament Monsoon Session: संसदीय समिति की वर्चुअल बैठकों का प्रस्ताव खारिज, जुलाई में नियमित बैठकों का दौर फिर से हो सकता है शुरू
बता दें कि संसद के अधिकांश सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों और स्टाफ ने अब कोरोना का टीका लगाया है और सक्रिय मामलों में भी कमी हो रही है. ऐसे में बैठकें जुलाई से फिर से शुरू होने की संभावना है. इन समितियों की कार्यवाही गोपनीय है और उचित सहमति के बिना इसे सार्वजनिक डोमेन में शेयर नहीं किया जा सकता है.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Coronavirus) के बीच संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) को अगस्त तक टालने और वर्चुअल बैठक (Virtual Meeting) के माध्यम से करवाने पर इंकार कर दिया गया है. उम्मीद किया जा रहा है कि जुलाई में नियमित बैठकों का दौर फिर से शुरू हो सकेगा. संसद की विभिन्न स्थायी समितियों के जुलाई से अपनी नियमित बैठकें फिर से शुरू करने की संभावना है. New Parliament Building: नए संसद भवन के निर्माण की तैयारियां शुरू, अक्टूबर 2022 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वर्चुअल बैठकें आयोजित करने के सुझाव को दोनों सदनों ने खारिज कर दिया है. इसके पीछे की वजह समितियों की कार्यवाही लीक हो सकती है. कोरोना की दूसरी लहर की वजह से स्थायी समितियां अपनी बैठक नहीं कर रही हैं.
बता दें कि संसद के अधिकांश सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों और स्टाफ ने अब कोरोना का टीका लगाया है और सक्रिय मामलों में भी कमी हो रही है. ऐसे में बैठकें जुलाई से फिर से शुरू होने की संभावना है. इन समितियों की कार्यवाही गोपनीय है और उचित सहमति के बिना इसे सार्वजनिक डोमेन में शेयर नहीं किया जा सकता है.
संसदीय स्थायी समिति की बैठक का कोई प्रावधान नहीं है. जब कुछ सदस्यों ने इन बैठकों को बुलाने के लिए कहा तो दोनों सचिवालयों ने इसे अस्वीकार कर दिया था. ये बैठकें गोपनीय होती हैं और इन बैठकों का वीडियो लीक होने की संभावना है. सदस्यों को पहले ही सूचित कर दिया गया है कि इन बैठकों की गोपनीयता और संवेदनशील नेचर के चलते बैठकें संभव नहीं हैं. सचिवाय पहले ही इस मांग को खारिज कर चुका है.