पटना: कोरोना के कहर के बीच बिहार में 2 दर्जन से ज्यादा खड़ी एंबुलेंस का खुलासा करने वाले जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव (Pappu Yadav) को बिहार पुलिस (Bihar Police) ने गिरफ्तार किया है. पुलिस का आरोप है कि उन्होंने कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन किया है. पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है. जन अधिकार पार्टी के प्रमुख अपनी गिरफ्तारी के बाद ट्विट कर सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) पर आरोप लगते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री उन्हें कोरोना संक्रमित कर मरवाना चाहते हैं.
पप्पू यादव अपने ट्विट में सीएम नीतीश कुमार के नाम का जिक्र करते हुए लिखा, नीतीश जी प्रणाम.. धैर्य की परीक्षा न लें. अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी,तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा मेरा एक माह पहले ऑपेरशन हुआ है. तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं. अभी मेरा टेस्ट हुआ,कोरोना निगेटिव आया.आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं. यह भी पढ़े: Bihar: पप्पू यादव लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार, कहा- बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा
पप्पू यादव का ट्विट:
नीतीश जी
प्रणाम
धैर्य की परीक्षा न लें।अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी,तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा
मेरा एक माह पहले ऑपेरशन हुआ है।तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं।अभी मेरा टेस्ट हुआ,कोरोना निगेटिव आया।आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
दरअसल पप्पू यादव राज्य में कोरोना के कहर के बीच दो दर्जन से अधिक खड़ी एंबुलेंस को लेकर खुलासा किया था. यह एंबुलेंस भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद राजीप प्रताप रूडी की सांसद निधी से खरीदी गई थीं. पप्पू यादव ने पूछा था कि इस समय जनता को एंबुलेंस की सबसे ज्यादा जरूरत है, ऐस में इन एंबुलेंस को खड़ा क्यों किया गया था, इस्तेमाल में क्यों नहीं लाया गया?. हालांकि पप्पू यादव के साथ ही उनके समर्थक पुलिस से इसका सवाल पूछते रह गए. लेकिन पुलिस वालों ने उनके एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया. बल्कि गिरफ्तार करके सीधे पुलिस स्टेशन लेकर आई.