नई दिल्ली: उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (Vice President M Venkaiah Naidu) ने शुक्रवार को परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि “गंभीर उकसावे” के बावजूद भारत संयम से काम ले रहा है लेकिन अगर हमला हुआ तो ऐसा जवाब दिया जाएगा कि वे भूल नहीं पाएंगे. उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अपने कार्यकाल के दूसरे वर्ष के दौरान दिये गए 95 भाषणों के संग्रह के विमोचन के अवसर पर यह टिप्पणी की। इन पुस्तकों का शीर्षक अंग्रेजी में ‘रिपब्लिकन एथिक (वॉल्यूम 2)’ और हिंदी में ‘लोकतंत्र के स्वर (खंड 2)’ है। इनका प्रकाशन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाले प्रकाशन विभाग ने किया. शांतिपूर्ण तरीकों से देश की संप्रभुता की रक्षा की भारत की प्रतिबद्धता को लेकर किताब के एक अंश का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत हमेशा शांति और सहयोग के मूल्यों का सख्ती से पालन करता रहा है लेकिन चेतावनी दी कि वह अपने खिलाफ होने वाले किसी भी आक्रामक कृत्य का मुंहतोड़ जवाब देगा.
नायडू ने कहा, “अगर आप भारत का इतिहास देखेंगे, वह कभी आक्रमणकारी नहीं रहा, ‘विश्वगुरु’ के तौर पर देखे जाने और दूसरों से काफी पहले सबसे ज्यादा जीडीपी के बावजूद भी किसी देश पर हमला नहीं किया। भारत ने कभी किसी दूसरे देश पर हमला नहीं किया।”नायडू ने कहा, “दूसरे सभी ऐैरे-गैरे आए और हम पर हमला किया, शासन किया, हमें बर्बाद किया और हमें धोखा दिया...लेकिन हम भारतीयों ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया।”उन्होंने कहा कि भारत मानता है कि संपूर्ण विश्व एक परिवार है और इसलिये वह झगड़ा क्यों करेगा?उन्होंने कहा कि समस्याओं को बातचीत, चर्चा और बहस के साथ हल किया जा सकता है और आगे यही रास्ता जाता है।उपराष्ट्रपति ने कहा, “अगर आप शांति और सौहार्द के साथ जीना चाहते हैं तो आपको साथ रहना चाहिए, साथ काम करना चाहिए और फिर साथ आगे बढ़ना चाहिए. यह भारत का दर्शन है.” यह भी पढ़े: कश्मीर पर तेवर दिखाने वाले इमरान खान पड़े ठंडे, कहा ’पाक पहले शुरू नहीं करेगा युद्ध, इससे नहीं होता समस्या का समाधान’
नायडू ने किसी देश का नाम लिये बगैर कहा, “जैसा कि आप देख रहे होंगे, गंभीर उकसावे के बावजूद, हम कुछ कर नहीं रहे हैं, लेकिन अगर कोई हमला करता है तो हम उन्हें ऐसा जवाब देंगे, जिसे वे जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे.”उन्होंने कहा कि यह उकसाने वालों समेत सभी को समझ जाना चाहिए।उनकी टिप्पणी जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द किये जाने के बाद भारत और पाकिस्तान में बढ़े तनाव के बीच आई है।सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह किताब किंडल और ऐप स्टोर जैसे सभी ई-प्लेटफॉर्म पर बिक्री के लिये उपलब्ध होगी जिससे पाठकों खासतौर पर ई-बुक के शौकीनों की मांग को भी पूरा किया जा सके.