'नारी शक्ति' (Nari Shakti) को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी (Oxford Dictionary) ने वैश्विक पहचान दी है. ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हिंदी के चर्चित शब्द 'नारी शक्ति' को साल 2018 का हिंदी शब्द चुना है. जयपुर में चल रहे साहित्योत्सव (JLF) में इसका ऐलान किया गया. पैनल डिस्कशन में लंबी चर्चा के बाद इस शब्द को डिक्शनरी ऑफ 2018 में शामिल कर लिया गया है. ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार यह शब्द संस्कृत से लिया गया है और इन दिनों अपने हिसाब से जीवन जी रहीं महिलाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
ऑक्सफोर्ड की तरफ से जारी बयान में कहा गया, साल का हिंदी शब्द नारी शक्ति, एक शब्द या भाव है, जिसने काफी ध्यान खींचा है. यह पिछले साल की प्रकृति, मिजाज और विचारमग्नता को जाहिर करता है. बयान के मुताबिक, 'आज इस शब्द का इस्तेमाल महिलाओं द्वारा अपनी जिंदगी की बागडोर खुद संभालने के लिए किया जाता है.' भारत में ऑक्सफर्ड डिक्शनरी की टीम ने साल के हिंदी शब्द का चुनाव किया. इसमें भाषा विशेषज्ञों की एडवायजरी टीम ने मदद की जिसमें अशोक कुमार शर्मा, कार्तिका अग्रवाल और नमिता गोखले शामिल थे.
'नारी शक्ति' का अर्थ
'नारी शक्ति' में नारी का मतलब महिला (Female) और शक्ति का मतलब पॉवर (Power) से है. इस शब्द के अर्थ का मतलब है कि आज के समय में महिलाएं भी पुरूषों से बराबरी कर एक सशक्त जीवन जी रही हैं और अपनी पहचान अपने दम पर बना रही हैं. 'नारी शक्ति' शब्द का इस्तेमाल पीएम मोदी अक्सर अपने भाषणों में करते रहते हैं. मोदी सरकार महिलाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित रही है जिस कारण 'नारी शक्ति' शब्द पिछले लंबे समय से सुर्खियों में रहा है और इसे महत्त्व भी मिला है. महिला शक्ति मुद्दे के लिए मोदी सरकार लगातार काम करती आई है.
मोदी सरकार ने दिया शब्द को महत्त्व
तीन तलाक मुद्दा हो या सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री के लिए सामाजिक लड़ाई जो अब भी जारी है, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने हर उम्र की महिलाओं को मंदिर में एंट्री की इजाजत दे दी है. केंद्र सरकार ने नारी शक्ति के मुद्दो को हमेशा ऊपर रखा है. देश में साल 2018 के दौरान ही 12 साल से कम उम्र की बच्ची से रेप के मामले में फांसी का प्रावधान किया गया. इसके लिए संसद ने आपराधिक कानून में संशोधन किया है.
इसके अलावा केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद से 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' के नारे ने भी जोर पकड़ लिया है. नारी शक्ति शब्द पर मार्च 2018 में सबसे अधिक जोर दिया गया था. तब केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी शक्ति पुरस्कार का ऐलान किया था.
गौरतलब है कि इससे पहले ऑक्सफोर्ड ने साल 2017 में ‘आधार’ को अपना हिंदी शब्द चुना था. ऑक्सफोर्ड ने यह पहल 2017 से ही शुरू की थी. बता दें कि देश में महिलाओं के अधिकार और हर क्षेत्र में उनके प्रतिनिधित्व के आधार पर इस शब्द को शब्दकोश में शामिल करने का फैसला लिया गया है. जिस वक्त जयपुर में नारी शक्ति शब्द को डिक्शनरी में शामिल किए जाने का ऐलान हो रहा था ठीक उसी समय दिल्ली के राजपथ पर इस नारी शक्ति का प्रदर्शन भी अपने चरम पर था. गणतंत्र दिवस की परेड में तीनों सेनाओं में शामिल वीरांगनाओं ने पुरुषों के कंधे से कंधे मिलाकर शौर्य और पराक्रम का प्रदर्शन किया.