नई दिल्ली: विश्व का सबसे ऊंचा चिनाब रेलवे पुल का 15 अगस्त से पहले 98 फीसदी बनकर तैयार हो गया है. इस पुल का निर्माण इंडियन रेलवे द्वारा किया जा रहा है. आज इसके आखिरी ओवरआर्च डैक को लगाने का काम पूरा हो गया. ये पुल इस साल दिसंबर तक रेल यातायात के लिए भी चालू हो जाएगा. यह पुल पेरिस के एफिल टावर से करीब 35 मीटर और कुतुब मीनार के मुकाबले पांच गुना अधिक ऊंचा है.
चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे सिंगल-आर्च रेलवे पुल (Chenab Railway Bridge) पर ओवरआर्क डेक को आज लॉन्च किया गया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीटर पर वीडियो शेयर कर इस बात की जानकारी दी है. Chennai: चेन्नई एयरपोर्ट पर विदेशी दुर्लभ जानवरों की तस्करी पकड़ी गई, किंग्सनेक और बॉल पायथन बरामद
विश्व का सबसे ऊंचा चिनाब रेलवे पुल का 15 अगस्त से पहले 98 फीसदी बनकर तैयार हो गया है. इस पुल का निर्माण इंडियन रेलवे द्वारा किया जा रहा है. आज इसके आखिरी ओवरआर्च डैक को लगाने का काम पूरा हो गया. ये पुल इस साल दिसंबर तक रेल यातायात के लिए भी चालू हो जाएगा. यह पुल पेरिस के एफिल टावर से करीब 35 मीटर और कुतुब मीनार के मुकाबले पांच गुना अधिक ऊंचा है.
इसकी लंबाई 1.315 किमी है. ये 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इस आर्च का कुल वजन 10,619 मीट्रिक टन है. इस पुल के निर्माण में 28,660 मीट्रिक टन स्टील निर्मित है. यह पुल भूकंप और तेज धमाकों में भी बिलकुल सुरक्षित रहेगा. इस आर्च में स्टील के बक्से हैं, जो पुल को स्थिरता प्रदान करने के लिए कंक्रीट से भरे हुए हैं.
Golden joint work completed.
Deck closure ceremony at the world’s highest rail bridge.
Jai Hind 🇮🇳!#ChenabBridge #ArchBridge pic.twitter.com/bqUYLcTJhv
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) August 13, 2022
रियासी जिले में चिनाब नदी पर निर्माणाधीन यह पुल सलाल-ए और दुग्गा रेलवे स्टेशनों को जोड़ता है. इसे राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है. यह पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है और उधमपुर, श्रीनगर- बारामूला रेल लिंक परियोजना के हिस्से के रूप में उत्तर रेलवे द्वारा 28,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से इसका निर्माण किया गया है.