J&K Tourists Visit: केंद्र की मोदी सरकार ने एक न बड़ा फैसला लेते हुए विपक्षी पार्टियों के विरोध के बाद भी 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से धारा 370 के प्रभाव को खत्म कर दिया था, साथ ही राज्य को 2 हिस्सों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था और दोनों को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पिछले करीब 5 साल में ना केवल तस्वीर बदली है. बल्कि पर्यटकों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी है. वहीं सरकार की तरफ यह बीच जानकारी दी गई कि इस बीच कानून व्यवस्था में भी सुधार हुआ है.
दरअसल मोदी सरकार से जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से कितने पर्यटक विजिट किए. सवाल पूछा गया था. जिसके बारे में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में जवाब में बताया कि जम्मू-कश्मीर में पर्दियटक तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. जून 2024 तक कुल 1,08,41,009 पर्यटकों ने वहां पर घूमने गए. यह भी पढ़े: Terror Drop in Kashmir: धारा 370 हटने के बाद बदली कश्मीर की तस्वीर, 66% कम हुए आतंकी मामले, अमित शाह ने पेश किए आंकड़े
जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी:
The tourism sector in the Union Territory of Jammu and Kashmir has witnessed unprecedented growth after the abrogation of Article 370. A total of 1,08,41,009 tourists have visited there till June 2024: MoS Home Nityanand Rai in a written reply to Rajya Sabha pic.twitter.com/ZXbbuFZKwt
— ANI (@ANI) July 24, 2024
क़ानून व्यवस्था में आया सुधार:
"The overall law and order scenario in the Union Territory of Jammu and Kashmir has seen remarkable improvement after the abrogation of Article 370. Organised stone pelting is zero after the abrogation of Article 370. 10 Security Forces &14 civilians killed in 2024 till 15th… pic.twitter.com/ORI8EQLQRB
— ANI (@ANI) July 24, 2024
सरकार के रिपोर्ट के बारे में बताया जा रहा है कि 1,08,41,009 पर्यटकों में देश विदेश समेत पूरी दुनिया के पर्यटक शामिल हैं. जो पिछले पांच साल में जम्मू-कश्मीर घुमने के लिए यहां का दौरा किया.
रोजगार भी पैदा हुए:
हालांकि पर्यटकों के आलावा सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद रोजगार पैदा हुए हैं. लोग अब बिना किसी डर और दहशत के बड़े आराम से अपना कारोबार कर रहे हैं. हालांकि विपक्ष का कहना है कि जम्मू-कश्मीर पहले जैसा था. अब भी वैसे ही है. धारा 370 हटाने जानें के बाद कुछ बड़ा बदलाव नहीं आया है.