प्याज (Onions) ने एक बार फिर देश के आम उपभोक्ताओं को रुलाना शुरू कर दिया है. प्याज के बढ़ते दाम का असर लोगों की रसोईं में भी नजर आने लगी है. देशभर में प्याज की आवक कमजोर होने के कारण रोज इसके दाम में इजाफा हो रहा है. पिछले एक सप्ताह में प्याज के भाव में 40-50 फीसदी की वृद्धि हुई है. जहां राजधानी दिल्ली (Delhi) में औसत क्वालिटी का सेब खुदरा बाजार में 30-40 रुपये प्रति किलोग्राम भी मिल रहा है, वहीं एक किलोग्राम प्याज के लिए कम से कम 70-80 रुपये की कीमत चुकानी पड़ रही है. मुंबई (Mumbai) में तो प्याज के दाम अपने चरम पर हैं, यहां एक किलो प्याज के लिए 80 रूपये तक लोगों को देना पड़ रहा है.
वहीं कोलकाता की बात करें तो वहां पर प्याज का दाम 70 से 75 रुपये और चेन्नई में ये भाव 60 रुपये के हिसाब से बिक रहा है. एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव (Lasalgaon) में जहां अगस्त महीने में प्याज 2,251 रूपये प्रति क्विंटल के दाम से मिल रहा था, वहीं सितंबर महीने में 4,100 रूपये था जो अब 4, 200 प्रति क्विंटल के दाम से भाव से बीक रहा है. प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में मानसून की भारी बारिश से आपूर्ति प्रभावित हुई है जिसकी वजह से इसकी कीमतों में उछाल आया है.
गौरतलब हो कि केंद्र सरकार ने प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं. इसके बावजूद प्याज के दाम चढ़ रहे हैं. सरकार ने पिछले कुछ सप्ताह के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों पर अंकुश के लिए कई कदम उठाए हैं. लेकिन पिछले दो-तीन दिन में उत्पादक राज्यों में भारी बारिश की वजह से आपूर्ति प्रभावित होने से प्याज की खुदरा कीमतों में भारी इजाफा हुआ है. वहीं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा था कि इसकी कीमतों पर अंकुश रखने को सरकार के हाथ में पर्याप्त मात्रा में प्याज का बफर स्टॉक है.