केरल के चिकित्सक स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर
सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के 3,000 से ज्यादा स्नातकोत्तर मेडिकल छात्र और हाउस सर्जन अपने स्टाइपेंड में वृद्धि की मांग को लेकर शुक्रवार को सांकेतिक हड़ताल पर चले गए.
तिरुवनंतपुरम : सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के 3,000 से ज्यादा स्नातकोत्तर मेडिकल छात्र (Medical Student) और हाउस सर्जन अपने स्टाइपेंड (Stipend) में वृद्धि की मांग को लेकर शुक्रवार को सांकेतिक हड़ताल पर चले गए. हड़ताल से अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग व अंत रोगी विभागों में कामकाज में ठहराव आ गया.
हालांकि, चिकित्सकों ने स्पष्ट किया कि इस हड़ताल का राष्ट्रव्यापी एकदिवसीय हड़ताल से कुछ लेनादेना नहीं है. चिकित्सकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल अपने कोलकाता के समक्षकों के साथ हमदर्दी जताने के लिए है.
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हड़ताली जूनियर डॉक्टरों ने कहा, "यह सिर्फ एक सांकेतिक हड़ताल है और अगर राज्य सरकार हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लेती है तो हम 20 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. यहां तक कि आज हम हड़ताल पर हैं, फिर भी आकस्मिक सेवाएं व इनटेंसिव केयर यूनिट की सेवाएं प्रभावित नहीं हुई हैं." मेडिकल छात्रों व हाउस सर्जनों का स्टाइपेंड पिछली बार 2015 में संशोधित हुआ था.