नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस (COVID-19) के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ (Omicron) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अधिक चिंता की बात यह है कि राजधानी में कोरोना के मामले भी तेज रफ्तार से बढ़ने लगे हैं. राजधानी में शुक्रवार को COVID-19 के 180 नए मामले सामने आए, जो 16 जून के बाद से एक दिन की सर्वाधिक संख्या है. हालांकि, महामारी से किसी और मरीज की मौत नहीं हुई है. Omicron के कारण देश में लौटी पाबंदियां, नाइट कर्फ्यू, पार्टी पर बैन- यहां पढ़ें आपके राज्य में क्या हैं नियम.
इससे पहले 16 जून को शहर में कोरोना वायरस से संक्रमण के 212 मामले सामने आए थे. दिल्ली में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने के बीच पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई है.
दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना के 180 नए मामले सामने आए, जबकि संक्रमण की दर 0.29 प्रतिशत रही. राष्ट्रीय राजधानी में दिसंबर में अब तक कोविड से पांच लोगों की मौत हुई है. दिल्ली में अभी तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के 79 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 23 मरीज या तो ठीक हो गए हैं या दिल्ली से बाहर चले गए हैं.
कैसे हो रहा है ओमिक्रॉन के मरीजों का इलाज
दिल्ली के लोक नायक अस्पताल (LNJP) में ओमिक्रॉन रोगियों का इलाज अब तक मल्टी-विटामिन (Multi-vitamins) और पैरासिटामोल टैबलेट (Paracetamol) से हो रहा है. डॉक्टरों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि लगभग 90 प्रतिशत मरीज बिना लक्षण वाले हैं और बाकी में "गले में खराश, निम्न-श्रेणी का बुखार और शरीर में दर्द" जैसे हल्के लक्षण दिखाई दिए हैं.
उन्होंने बताया कि उपचार में केवल मल्टी-विटामिन और पैरासिटामोल टैबलेट शामिल हैं. हमें उन्हें कोई अन्य दवा देने की आवश्यकता नहीं लगी.