COVID-19: दिल्ली से डेल्टा वेरिएंट गायब, कोरोना से मरने वाले 97 फीसदी लोगों में ओमिक्रॉन
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

नई दिल्ली:  देश में एक बार फिर कोरोना महामारी (COVID-19) की वापसी हो रही है. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2,380 नए केस मिले और 56 लोगों की मौत हुई. कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव वर्तमान में दिल्ली और इससे सटे राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा में दिख रहा है. राजधानी दिल्ली के साथ-साथ NCR में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. इस बीच रिसर्च में यह सामने आया है कि जनवरी से मार्च तक दिल्ली में कोविड से जान गवानें वालों के 97 प्रतिशत नमूनों में कोरोनावायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट था. COVID की चौथी लहर की दस्तक? जनवरी के बाद पहली बार 'R Value' एक से अधिक, दिल्ली सहित इन राज्यों में बढ़ा खतरा.

पिछले साल देश में तबाही मचाने वाला कोरोना का डेल्टा वेरिएंट (Delta Varient) दिल्ली में गायब हो रहा है. बीते कई दिनों से एक भी डेल्टा वेरिएंट के केस सामने नहीं आ रहे हैं. सभी सैंपल में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हुई है. इसके अलावा ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट XE का भी कोई मामला दिल्ली में नहीं मिला है.

सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. मृतकों से लिये गये 578 नमूनों में 560 में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) का पता चला. शेष 18 (तीन प्रतिशत) में कोविड के डेल्टा सहित अन्य स्वरूप पाये गये, जो पिछले साल अप्रैल और मई में संक्रमण की दूसरी लहर का तेजी से प्रसार करने के लिए जिम्मेदार रहे थे.

ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण की तीसरी लहर में कम संख्या में कोविड के मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए और सरकारी आंकड़ों से प्रदर्शित होता है कि ज्यादातर मौतों के लिए वायरस प्राथमिक कारण नहीं था.

दिल्ली में 17 जनवरी को अस्पतालों में कोविड मरीजों के 15,505 बिस्तरों में अधिकतम 2,784 (17.96 प्रतिशत) ही भरे हुए थे. वहीं, महामारी की दूसरी लहर के दौरान छह मई को 21,839 बिस्तरों में 20,117 (92 प्रतिशत) भरे हुए थे.

दिल्ली में एक बार फिर संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि होती दिख रही है. विशेषज्ञों ने इसके लिए मास्क पहनना अनिवार्य नहीं रहना सहित कोविड रोधी व्यवहार का अनुपालन नहीं करने को जिम्मेदार ठहराया है.

मास्क न पहनने पर जुर्माना 

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना बुधवार को अनिवार्य कर दिया और इसका उल्लंघन करने वालों पर 500 रुपया जुर्माना लगाने की घोषणा की. राष्ट्रीय राजधानी में सभी संक्रमित लोगों के नमूनों का जीनोम अनुक्रमण शुरू किया गया है ताकि शहर में कोविड के एक्सई जैसे नये स्वरूप के प्रसार का पता लगाया जा सके.