Nude Woman Video Call Fraud: बाथरूम में था शख्स, नग्न महिला का आया वीडियो कॉल, फिर शुरू हुआ Sextortion का गंदा खेल
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Nude Woman Video Call Fraud: आजकल एक नए तरह का घोटाला चल रहा है, जिसमें लोग सेक्सटॉर्शन के शिकार हो रहे हैं. सबसे पहले आपसे एक लड़की आपसे ऑनलाइन दोस्ती (Online Friendship) करेगी. फिर आपको Nude Video Call का ऑफर देगी. इस कॉल के बाद शुरू हो जाएगा Sextortion का गंदा खेल. ऐसा ही एक मामला मुंबई के चेंबूर से सामने आया है. Sextortion: वो वीडियो कॉल का ऑफर देगी, फिर अपने कपड़े उतार देगी, जानें सेक्सटॉर्शन से बचने के तरीके?

एक 39 वर्षीय चेंबूर निवासी न केवल एक सेक्स्टॉर्शन रैकेट का शिकार बन गया, बल्कि फर्जी मुंबई पुलिस अधिकारियों ने उसे धमकाया. पीड़ित को धमकी दी गई की अगर उसने 24 घंटे के भीतर 3.16 लाख रुपये का नहीं दिए तो "सेक्स" कॉल तो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा. पीड़ित ने शनिवार को तिलक नगर थाने में तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.

27 दिसंबर को ऐरोली स्थित एक निजी कंपनी में काम करने वाले पीड़ित को एक अकाउंट से फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थी, जिसका नाम कीर्ति अग्रवाल था. कुछ ही दिनों में सोशल मीडिया की दोस्ती व्हाट्सएप तक पहुंच गई. 31 दिसंबर को रात करीब 1.40 बजे महिला का मैसेज आया कि वह वह प्राइवेट वीडियो कॉल करना चाहती है.

पीड़ित ने बताया कि  “जैसे ही मैंने अपने बाथरूम में कॉल रिसीव की, स्क्रीन पर एक नग्न महिला थी जो मुझे भी कपड़े उतारने के लिए कह रही थी. कुछ सेकंड के बाद कॉल डिस्कनेक्ट हो गई. कुछ मिनट बाद, उसी नंबर से एक दूसरा कॉल आया, जिसमें वीडियो वायरल न करने के एवज में 15,000 रुपये की मांग की गई." पीड़ित ने भुगतान करने से इनकार कर दिया.

अगले दिन, पीड़िता को मुंबई साइबर सेल के एसीपी गौरव शिंदे के रूप में प्रस्तुत एक व्यक्ति का फोन आया, जिसमें कहा गया कि वीडियो वायरल हो गया है. “उन्हें वीडियो को हटाने के लिए नितिन शिंदे नाम के एक अन्य व्यक्ति से संपर्क करना होगा. पीड़ित ने वैसा ही किया, तो उसे फिर से 11,999 रुपये देने के लिए कहा गया. ये भी पढ़ें- Sextortion: फेक ID से IIT छात्र का बनाया अश्लील VIDEO, बाद में दी वायरल करने की धमकी, परेशान युवक ने की आत्महत्या

जाल में फंसने के बाद, पीड़ित ने पांच लेनदेन में 95,991 रुपये का भुगतान किया, लेकिन उसके पास अश्लीलता के लिए उसके खिलाफ एक फर्जी FIR को रद्द करने के एवज में फिर से 95,000 रुपये की मांग की गई. अब तक उसने कुल 2.21 लाख रुपये दे दिए थे. 2 जनवरी को नकली पुलिस वाले ने पीड़ित से कहा कि कीर्ति को मुआवजे के रूप में 7 लाख रुपये देना है. किर्ती ने खुद आत्महत्या करने की कोशिश की थी. फिलहाल उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है.

इतना सब होने के बाद पीड़िता को एहसास हुआ कि ये सब फेक है. माजरा कुछ और ही है. वह पुलिस के पास पहुंच गया. पुलिस ने “कीर्ति अग्रवाल, गौरव शिंदे और नितिन शिंदे के रूप में अपनी पहचान बताने वाले अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. उन पर आईपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली), 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी), 34 (सामान्य इरादा) और आईटी अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, ”तिलक नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक सुनील काले ने कहा. मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.