Railway Ticket Booking: अब देशभर के 45,000 डाकघरों में करा सकते हैं रेलवे टिकट की बुकिंग, इन क्षेत्रों को मिलेगा फायदा
भारतीय रेलवे ने अब देशभर में 45,000 डाकघरों में टिकट बुकिंग की व्यवस्था की है. पिछले दिनों खजुराहो में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी घोषणा की थी.
नई दिल्ली, 4 जून: रेल यात्रियों को अब रेलवे टिकट बुक करने में और अधिक सरल बनाने का फैसला किया है. खासतौर पर ग्रामीण इलाकों को ध्यान में रखकर ये फैसल लिया गया है कि भारतीय रेलवे ने अब देशभर में 45,000 डाकघरों में टिकट बुकिंग की व्यवस्था की है. पिछले दिनों खजुराहो में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी घोषणा की थी. EPFO Cuts Interest Rate: प्रधानमंत्री ने 'महंगाई बढ़ाओ, कमाई घटाओ' मॉडल किया लागू, करोड़ों कर्मचारियों का वर्तमान व भविष्य होगा बर्बाद- राहुल गांधी
रेलमंत्री ने यह भी बताया था कि अब रेल टिकट लेने में भी परेशानी नहीं होगी. इसके लिए रेलवे अब 45,000 डाकघरों में टिकटिंग की व्यवस्था की है, यात्री बिना किसी परेशानी के यहां से टिकट ले सकते हैं. इसके साथ ही खजुराहो और दिल्ली के बीच वंदेभारत ट्रेन पर अपडेट देते हुए रेल मंत्री ने बताया था की इस रूट पर अगस्त तक इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो जाएगा. तब तक वंदे भारत ट्रेन भी चलने लगेगी.यानी ये मानकर चला जाए की अगस्त के बाद कभी भी मध्य प्रदेश को वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल सकती है. जिसके लिए डाकघर से ही टिकट बुक हो सकती है.
गौरतलब है कि स्टेशन से दूर दराज में रहने वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डाक घरों में रेल आरक्षण कराने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है ताकि रेल रिजर्वेशन के लिए लोगों को भटकना न पड़े. इन डाक घरों में रेल आरक्षण बुकिंग का कार्य डाक घर के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा किया जाता है. रेलवे द्वारा नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ हार्डवेयर उपलब्ध कराया गया है. इस योजना से शहर ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को आस पास के डाकघरों से अपनी ट्रेनों के लिए रिजर्वेशन कराने की सुविधा मिलेगी. रेलवे ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वर्तमान में रेलवे द्वारा डाक घरों में प्रदत्त कराई गई रेल आरक्षण बुकिंग की सुविधा का लाभ उठाएं.
हालांकी इससे पहले भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए उन्हें वेटिंग और लम्बी कतारों से मुक्ति देते हुए ई टिकटिग की नई सुविधा भी शुरू की है. इसके तहत रेल यात्री अब यात्रा टिकट, प्लेटफॉर्म टिकट और मंथली पास के नवीकरण के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन पर पेटीएम, फोनपे, फ्रीचार्ज जैसे यूपीआई बेस्ड मोबाइल ऐप से क्यूआर कोड स्कैन कर डिजीटल पेमेंट कर सकेंगे. इस सुिवधा में यात्री ऑटोमेटिक टिकट वेंडिग मशीन से मिलने वाली सुविधाओं के लिए डिजिटिल ट्रांजेक्शन से भी भुगतान कर सकेंगे. यात्री इसके जरिये एटीवीएम स्मार्ट कार्ड को भी रिचार्ज करा सकते हैं. क्यूआर कोड को स्कैन कर यात्री फोन के माध्यम से डिजीटल भुगतान कर टिकट प्राप्त कर सकते हैं.
इसके अतिरिक्त यात्री एवीटीएम स्मार्ट कार्ड रिचार्ज करने के लिए भी इसका प्रयोग कर सकते हैं. इसे स्कैन करने और पेमेंट करने के बाद यात्रियो को तुरन्त अपने गंतव्य को टिकट मिल जाएगा. रेलवे की तरफ से इस सुविधा को शुरू करने के मौके पर यात्रियों से अपील की कि ज्यादा से ज्यादा डिजीटल मोड में पेमेंट करें और लंबी लाइन से छुटकारा पाए.
ऐसे स्टेशनों को पर अक्सर रेलवे बोर्ड को यात्रियों की तरफ से घंटों लाइन में लगकर टिकट लेने की शिकायत मिली थी. कई बार स्टेशनों पर लंबी-लंबी लाइन में लगने से यात्रियों की ट्रेन छूट जाती है. लेकिन अब टिकट बिक्री के विकेंद्रीकरण के बाद यात्रियों को घंटों लंबी कतारों में नहीं खड़ा होना पड़ेगा. शहरी और ग्रामीण दोनों तरह के यात्रियों को ध्यान में रखकर दो अगल-अलग सुविधाओं के बेहतर किया गया है.