India-Canada Row: कनाडा में कौन है खालिस्तानी आतंकियों की जान का दुश्मन? सालों पुरानी खूनी जंग अभी भी है जारी
Khalistan | PTI

नई दिल्ली: भारत से लेकर कनाडा और दुनियाभर में इन दिनों खालिस्तान फिर सुर्खियों में है. कनाडा के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के रिश्ते बेहद खराब मोड पर आ चुके हैं. भारत सरकार कनाडाई वीजा पर भी बैन लगा चुकी है. इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोपों के साथ हुई. भारत और कनाडा निज्जर की हत्या पर बिफरे हुए थे कि कनाडा में एक और खालिस्तानी आतंकी का खात्मा हो गया. कनाडा में भारत से फरार गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. ये शूटआउट विनिपेग शहर में हुआ. India-Canada Row: निज्जर की हत्या के सबूत हैं तो क्यों नहीं दे रहा कनाडा? अब कहा आरोप खुफिया जानकारी पर आधारित.

अज्ञात हमलावरों ने सुक्खा दुनुके के घर में घुसकर उसके सिर में 9 गोली मारी. इस हत्या की जिम्मेदारी दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ली है. लॉरेंस गैंग ने ही पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी. इन दोनों और कई हत्याओं के पीछे बिश्नोई गैंग और बंबिहा गैंग की खूनी जंग है. इन दोनों गैंग की दुश्मनी काफी पुरानी है, और एक मर्डर के बाद उसके बदले के रूप में दूसरा मर्डर यही क्रम सालों से चला आ रहा है.

कनाडा में गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. लॉरेंस गैंग ने सुक्खा दुनिके को इसलिए कनाडा में मरवाया, क्योंकि वह बंबीहा गुट का सक्रिय गैंगस्टर था. India-Canada Row: आखिर खालिस्तानी आतंकी निज्जर को कनाडा ने क्यों दी नागरिकता? अपने ही जाल में बुरे फंसे जस्टिन ट्रूडो.

लॉरेंस बिश्नोई ने क्या कहा

लॉरेंस बिश्नोई ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करके सुक्खा की मौत की जिम्मेदारी ली गई. इस पोस्ट में कहा गया, 'हां जी सत श्री कॉल, राम राम. ये सुक्खा दुनिके बंबिहा ग्रुप का जो इंचार्ज बना फिरता था उसका मर्डर हुआ है कनाडा में. उसकी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप लेता है. इस ड्रग एडिक्टेड नशेड़ी और सिर्फ अपने नशे को पूरा करने के लिए पैसों के लिए उसने बहुत घर उजाड़े थे. हमारे भाई गुरलाल बराड़, विक्की मिद्दुखेड़ा के मर्डर में इसने बाहर बैठकर सबकुछ किया. संदीप नंगल अंबिया का मर्डर भी इसने करवाया था पर अब इसके किए हुए पापों की सजा उसे मिल गई है. बस एक बात कहनी है जो दुक्कियां तिक्कियां अभी भी रह गई हैं, जहां मर्जी भाग लो, दुनिया में किसी भी देश में चले जाओ. मत सोचो हमारे साथ दुश्मनी लेकर बचोगे, टाइम जरूर कम ज्यादा लग सकता है.लेकिन सजा सबको मिलेगी.'

निज्जर की हत्या के बाद दूसरा बड़ा मामला

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी निज्जर के कत्ल के बाद सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा की हत्या दूसरी बड़ी वारदात है. गैंगस्टर सुक्खा को खालिस्तानी आतंकी-गैंगस्टर अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला का राइट हैंड माना जाता था. अर्श डल्ला आतंकी हरदीप निज्जर का करीबी साथी था.

कैसे हुई थी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या?

कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में इस साल 18 जून को खालिस्तान समर्थक 45 वर्षीय हरदीप सिंह निज्जर की एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. निज्जर को गुरुद्वारे की पार्किंग में उसके ट्रक में गोली मारी गई थी. कनाडा की सुरक्षा एजेंसियों की शुरुआती जांच के मुताबिक निज्जर को दो हमालवारों ने गोली मारी थी. घटनास्थल के पास ही तीसरा शख्स एक गाड़ी लेकर खड़ा हुआ था.